ट्रान्सपोर्ट नगर से प्रभावित किसानो ने पंचायत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी दोनो को दिया अल्टीमेटम
रोहनिया 15 फरवरी :मोहनसराय ट्रान्सपोर्ट नगर योजना से पीड़ित बैरवन , करनाडाड़ी, मोहनसराय एवं मिल्कीचक के किसानो की आपातकालीन किसान पंचायत सुबह आठ बजे मोहनसराय किसान संघर्ष समिति के संरक्षक किसान नेता विनय शंकर राय “मुन्ना” की अध्यक्षता मे बैरवन मे हुई। जिसमे सर्वसम्मत से निर्णय हुआ कि 1998 से अपने वैधानिक हक अधिकार के लिये संघर्षरत किसानो के उक्त जेनविन प्रकरण पर माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के आदेश का खुलेआम उलंघन वाराणसी विकास प्राधिकरण और जिलाप्रशासन द्वारा करने के बावजूद अन्दोलनरत किसानो के बीच विपक्ष के नेता कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जो ट्रान्सपोर्ट नगर के मुद्दे पर मोहनसराय ट्रांसपोर्ट के किसानो के मुद्दे को अनेको बार समर्थन करते हुये वार्ता कर चुके है वे प्रतिकार यात्रा के दौरान वाराणसी 17 फरवरी को आ रहे है उनको मोहनसराय किसानो के बीच आकर किसानो के इस ज्वलंत मुद्दे पर सवाल करना चाहिये लेकिन अगर नही आते है तो पहला कारण जिम्मेदार कांग्रेस नेता उनको ज्वलंत मुद्दे से भटकाकर गुमराह कर रहे है, क्योकि राहुल गांधी जी किसानो के व्यापक हितो हेतु भूमि अर्जन एवं पुनर्वास कानून 2013 मे लागू कराकर किसान हित मे ऐतिहासिक कार्य कर चुके है उनको ट्रान्सपोर्ट नगर के किसानो के राष्ट्रीय मुद्दे से गुमराह करना कांग्रेस और राहुल गांधी को धोखा देना है या तो संसदीय क्षेत्र प्रधान मंत्री का होने से या तो शिष्टाचार कर रहे है या डर रहे है । 22 / 23 फरवरी को वाराणसी आ रहे अपने सांसद को भी पत्र और ईमेल के माध्यम से मिलने हेतु समय मांगा है।किसानो ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने मुकदमा संख्या 61219/2011 दिनांक 31 मई 2023 को स्पष्ट आदेश दिया था कि जो किसान मुआवजा नही लिये है उनका वैधानिक अधिकार बना रहेगा साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार 6सप्ताह मे बिना मुआवजा लिये किसानो की जमीन छोड़ेगी या अगर लेगी तो दिल्ली एयरटेक या अलीगढ़ विकास प्राधिकरण कानून के आधार पर लेगी का निर्णय ले लेकिन आज तक निर्णय नही लेना और उल्टे माननीय उच्च न्यायालय मे मुकदमा नंबर36353/2023 दिनांक 6/11/2023 को स्थगन आदेश के बावजूद पीड़ित किसानो की जमीन प्रशासन द्वारा जबरदस्ती कब्जा करने के खिलाफ किसानो की वैधानिक लड़ाई मे विपक्ष के नेता राहुल गांधी किसानो के बीच जाकर मुद्दे का समर्थन नही करेगे और 22/23 फरवरी को वाराणसी के सांसद किसानो के प्रतिनिधिमंडल से गंभीरता से वार्ता नही करेगे तो 24 फरवरी को मोहनसराय मे ट्रान्सपोर्ट नगर से पीड़ित किसानो सहित स्पोर्ट्स सिटी के नाम पर 15 गोवो की जमीन, वर्ल्ड सिटी के नाम पर 7 गावो की जमीन, काशी द्वार एवं वैदिक सिटी के नाम पर सैकडो हेक्टेयर जमीन, हवाई अड्डा विस्तार इत्यादि योजनाओ के नाम पर सरकार द्वारा औने पौने दाम पर हड़पने की करतूत पर विराम लगाने हेतु होगी किसानो की निर्णायक किसान महापंचायत जिसमे राजनीतिक पार्टियो से सामूहिक त्यागपत्र, चुनाव का बहिष्कार या नोटा पर मतदान, जिला मुख्यालय सहित जनप्रतिनिधियो और राजनीतिक पार्टियो के कार्यालय का घेराव, करो या मरो के नारे के साथ किसान अपने घरो का ताला बंद कर बाल – बच्चे, पालतू जानवर, चूल्हा चौकी सहित कृषि प्रयोग के यंत्र कुदाल, हसुआ, घूरपी लेकर जिला मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन डेरा डालेगे और अपना वैधानिक हक अधिकार लेकर ही पीछे हटेगे।पंचायत की अध्यक्षता किसान नेता विनय शंकर राय “मुन्ना”, संचालन कृष्ण प्रसाद पटेल “छेदी” एवं धन्यवाद ज्ञापन अमलेश पटेल ने किया। पंचायत मे मुख्य रूप से बिहारी पटेल, प्रेम शाह, दिनेश तिवारी, विजय नरायण वर्मा, उदय प्रताप पटेल, जय प्रकाश, लाल बहादुर, बबलू पटेल, कल्लू पटेल, रामराज, संजय ,पांचू पटेल, सदानंद, उदयभान, बिटुना, कृष्णावती, ज्योति , बिरजू, राजकुमार, सुरेंद्र पटेल, रामराज प्रधान और सैकड़ों प्रभावित किसान मौजूद रहे हैं।