नगरीय विद्युत वितरण खण्ड पंचम, में कम्प्यूटर ऑपरेटर को हटाने के विरोध में संगठन द्वारा धरना प्रदर्शन
वाराणसी19अक्टूबर :विद्युत मजदूर संगठन एव विद्युत संविदा मजदूर संगठन द्वार नगरी विद्युत खण्ड पंचम में कम्प्यूटर ऑपरेटर को निकाले जाने के विरोध में विरोध प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंद्रेश राय,पूर्वांचल अध्यक्ष एवम संचालन वेद प्रकाश राय, पूर्वांचल संयोजक ने किया।
विरोध कार्यक्रम में इंद्रेश राय,वेद प्रकाश राय, राहुल कुमार, संजय कुमार सिंह,संदीप कुमार,शशिभूषण सिंह,उदयभान दूबे,श्रीनिवास यादव,संतोष कुमार सिंह,प्रशान्त सिंह,मदन जी, कांता लाल, रंजीत मौर्या, अवनीश प्रजापति, उमेश यादव,कांता लाल,भुवाल प्रजापति,संदीप कुमार, शाहबाज अली,जैकी आदि साथी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पूर्वांचल संयोजक वेद प्रकाश राय ने बताया की खंड में विगत 10 वर्षों से कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर सुश्री चांदनी को बिना किसी कारण और नोटिस दिए निकाल दिया गया जबकि अध्यक्ष, यू पी पी सी एल लखनऊ का आदेश है की किसी भी संविदा कर्मचारी बिना प्रबंध निदेशक पूर्वांचल डिस्कॉम के आदेश के नहीं निकाला जाए फिर भी अधिशासी अभियन्ता, पंचम खण्ड वाराणसी द्वारा 10 वर्षों से कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर को एक झटके में बिना कारण बताए निकल दिया गया। तत्पास्चत संगठन के भारी विरोध विरोध,प्रदर्शन और दबाव के चलते कंप्यूटर ऑपरेटर को वापस रख लिया गया।
पूर्वांचल अध्यक्ष ने बताया की संविदा कर्मचारियों से 8000 रुपए में लाइन अनुरक्षण परिचालन,ओ टी एस, डिस्कनेक्शन सहित तमाम कार्य कराए जा रहे हैं एवम इतने कम वेतन में संविदा कर्मचारियों द्वारा कार्य समय से पूरा ना होने पर उनका अधिकारियों द्वारा शोषण और उत्पीड़न किया जा रहा है।
संगठन के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष श्री संदीप कुमार ने बताया की टीजी – 2 एवम श्रमिक कर्मचारियों का 7 वें वेतन का एरियर,टाइम स्केल, टी ए/डी ए, जी पी एफ/सी पी एफ खण्ड स्तर से विगत 2 से 3 वर्षों से लंबित है जिस पर अधिशाषी अभियंता द्वारा 15 दिनों में समस्याओं का निराकरण लिखकर देने पर संगठन द्वारा विरोध सभा का समापन किया गया।
संगठन के जिलाध्यक्ष उदयभान दूबे ने साफ शब्दों में कहा की कर्मचारियों की समस्याओं का यदि अधिशासी अभियन्ता द्वारा नियत समय में समाधान नहीं किया गया तो संगठन बाध्य होकर खंडिय कार्यालय पर उग्र आंदोलन करेगा जिससे उत्पन्न औधोगिक अशान्ति के लिए अधिशासी अभियन्ता जिम्मेदार होंगे।