ब्रैकिंग:करोड़ो का लाइन शिफ्टिंग कारोबार,प्रबंध निदेशक की अनुपस्थिति का उठा रहे फ़ायदा,भ्रष्टाचार के रथ पर सवार अधिशासी अभियन्ता को बचाने में प्रबंधन की तिकड़मबाजी
अवर अभियंता ने लगाया अधिशासी अभियंता पर आरोप,खोली भ्रष्टाचारी मंडली की पोल, 11 हजार की 20 से 25 अवैध लाइन सिफ्टिंग के मामलों से उठेगा पर्दा
वाराणसी 3 सितम्बर:11 हजार लाइनो की अवैध शिफ्टिंग के कारोबार में लगे वितरण खण्ड, बरईपुर के अधिशासी अभियंता के कारनामों पर उपभोक्ता की आवाज की ख़बर के बाद अमरा खैर चक में 11 हजार की 4 पोल लाइन को अवैध तरीके से शिफ्ट किया गया था को उखाड़ते हुए रंगेहाथों पकड़े जाने के बाद प्रबंधन द्वारा तत्काल मुख्य अभियंता, वाराणसी क्षेत्र और अधीक्षण अभियंता,ग्रामीण को मामले की जांच सौंपी,जांच में भ्रष्टाचार की गंगा में दोनों डुबकी लगाते हुए अपने चहेते अभियन्ता को साफ बचा कर अवर अभियंता ई. श्री निवास को बली का बकरा चुन कर अवर अभियंता को दबाव में लिया औऱ पूरे मामले में अवर अभियंता से लिखित में लिया कि अवर अभियंता खुद लाइन शिफ्ट कर रहे थे,पूरे मामले में अवर अभियंता को दोषी क़रार कर उसके विरुद्ध कार्यवाही के लिए प्रबंधन को संस्तुति कर दी,प्रबंधन ने भी भ्रष्टाचार की बहती गंगा में डुबकी लगा कर भ्रष्टाचारी अभियन्ता को बचाते हुए अवर अभियंता पर कार्यवाही हेतु मामला आगे बढ़ा दिया औऱ चैन की नींद सो गए पर दूसरे दिन सुबह ही अवर अभियंता के पलटी मारने के बाद आकाओ के दिन का चैन हराम हो गया अपने कमाऊ भ्रस्टाचारी अभियन्ता को बचाने में आकाओ ने पैंतरेबाजी औऱ तिकड़मबाजी के सारे हथियार ले कर मैदान में डट गए।
अवर अभियंता ने भ्रष्टाचार मंडली की खोली पोल,अधीक्षण अभियंता औऱ अधिशासी अभियंता भी शामिल,अपना-अपना हिस्सा लिया तभी हुई लाइन सिफ्टिंग
अवर अभियंता को हलाल करने की तैयारी चल ही रही थी कि अवर अभियंता ई. श्री निवास द्वारा बरईपुर के अभियन्ता औऱ सहायक अभियंता द्वारा लाइन शिफ्ट कराने औऱ पूरी जानकरी में काम करने के लिखित आरोप लगाते हुए निदेशक, कार्मिक को अवगत कराया कि मुख्य अभियंता औऱ अधीक्षण अभियंता ने डरा धमकाकर दबाव में ले कर सारा मामला अपने सिर लेने को लिखवाया था। घोटालेबाज अधिशासी अभियंता द्वारा अपने पाप को पुण्य में बदले को मुख्य अभियंता,अधीक्षण अभियंता से लेकर प्रबंधन तक को प्रबंधन को भ्रमित किया।
निदेशक, कार्मिक ने जांच कमेटी से मांग स्पष्टीकारण
अवर अभियंता के द्वारा अधिशासी अभियंता औऱ उनकी फौज पर लिखित आरोप को संज्ञान ले कर निदेशक द्वारा अवैध लाइन सिफ्टिंग के मामले की जांच करने वाले मुख्य अभियंता औऱ अधीक्षण अभियंता से संबंधित अधिशासी अभियंता को बचाने औऱ मामले में उनकी भूमिका के बारे में स्पष्टीकारण मांग लिया।
मनमानी कार्यशैली, फर्जी बिल पेमेंट,घोटालेबाजो को मलाई कटवाने,प्रबंधन को भ्रमित करने, अवैध लाइन सिफ्टिंग के कारोबार आदि अनेको मामलों से जल्द ही मंडल के कमंडल से निकली भ्रष्टाचार की धार का होगा पर्दाफाश
खैर भ्रष्टाचार के विरुद्ध युद्ध अभी शेष है,