भारतीय सब्जी अनुसन्धान संस्थान में चौथे विश्व दलहन दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन
रोहनिया10फरवरी:भारतीय सब्जी अनुसन्धान संस्थान में आज दिनांक 10 फरवरी को चौथे विश्व दलहन दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह दिवस दालों के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने और बेहतर उत्पादन, बेहतर पोषण, बेहतर पर्यावरण और बेहतर जीवन के लिए दालों की उन्नत खेती में सार्थक भूमिका निभाने का एक अनूठा अवसर प्रस्तुत करता है। इस समारोह के मुख्य अतिथि बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में कृषि विज्ञान संस्थान के प्रोफेसर एवं ख्यातिलब्ध दलहन प्रजनक डॉ एम् एन सिंह थे। संस्थान के निदेशक डॉ तुषार कान्ति बेहेरा ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए भोजन में दालों को सम्मिलित करने और उससे होने वाले लाभ के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने बताया की संस्थान में मटर, सब्जी सोयाबीन, बाकला, ग्वार जैसी कई दलहनी सब्जियों पर शोध कार्य किया जा रहा है। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में बताया भारत विश्व में दालों का सबसे बड़ा उत्पादक, आयातक एवं उपभोक्ता है। शाकाहारी आहार प्रधान इस देश में दालें ही प्रोटीन का प्रचुर स्त्रोत है तथा इसकी खेती से फसल विविधता के साथ साथ भूमि उर्वरता में भी वृद्धि होती है। अतः उन्होंने शोध द्वारा दालों की उत्पादकता बढ़ाने पर बल दिया। इस अवसर पर संस्थान के सभी विभागाध्यक्ष, वैज्ञानिक, कर्मचारी, छात्र एवं लगभग 100 किसान भाई-बहन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में डॉ राकेश दुबे, डॉ शुभादीप रॉय, डॉ इन्दीवर प्रसाद, डॉ नकुल गुप्ता एवं सुधाकर पांडेय ने सहयोग दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ राकेश दुबे एवं धन्यवाद डॉ जगदीश सिंह ने किया।