भारत में खाने से ज्यादा कपड़ा खरीदने पर खर्च कर रहे हैं भारतीय देखिए चौंकाने वाले आंकड़े
3 मार्च 2024
भारत में लोग दिखावा इतना ज्यादा पसंद करते हैं कि अपने खाने से ज्यादा कपड़ों पर खर्च करते हैं राष्ट्रीय सांख्यिकी मंत्रालय के द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई है जिसके मुताबिक भारत में परिवारों का घरेलू खर्च पिछले 10 वर्षों में दोगुना ज्यादा हो गया है इसमें अगस्त 2022 से जुलाई 2023 के बीच किए गए सर्वे के आंकड़ों में यह बात सामने आई है|वहीं 2017 18 के सर्वे में कुछ तकनीकी गड़बड़ी के कारण सरकार ने इन आंकड़ों को जारी नहीं किया था लेकिन आपको बता दें कि भारत में लोग अब दिखावा ज्यादा पसंद करते है|
क्या कहते हैं आंकड़े?
जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2022-23 में शहरी क्षेत्रों में औसत मासिक प्रति व्यक्ति उपभोग खर्च का अनुमानित ₹6549 हो गया था 2011 12 में यह ₹2630 था ग्रामीण भारत में खर्च ₹1430 प्रति महीने से बढ़कर अनुमानित ₹3737 हो गया है भारतीय परिवार खाद्य पदार्थों पर प्रतिशत के रूप में कम खर्च कर रहे हैं वहीं टीवी कपड़ा मनोरंजन इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स इन पर ज्यादा पैसा खर्च कर रही है यह आंकड़ा कुल 2,61,746 घरों के सर्वे करने के बाद जुटाया गया है इसमें 1,55,014 घर गांवों और 1,06,732 शहरी इलाकों की आबादी वाले घरों को कवर किया गया है|
खाने पीने पर किया जा रहा है बहुत कम खर्च
खाने पीने के मामले में भारतीय लोगों के द्वारा बहुत कम खर्च किया जा रहा है आपको बताते चलें कि गांव में खाने पीने पर प्रति व्यक्ति मासिक खर्च ₹1750 और शहरों में ₹2530 रहा वहीं गांव में दूध और इससे बनी चीजों पर प्रति व्यक्ति औसत मासिक खर्च ₹314 और अनाज पर ₹185 खर्च रहा शहरों में इन खर्च पर 466 और ₹235 रहा लेकिन दें और प्रोसेस्ड सामग्री पर खर्च इससे भी ज्यादा है गांव में इन पर महीने का प्रति व्यक्ति औसत खर्च ₹363 और शहरों में ₹687 है ध्यान दीजिए की ये औसत आंकड़ा है जो वास्तविक आंकड़ा है इससे कहीं ज्यादा होगा|