राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनयर्स संगठन उ०प्र० पेंशन प्रकोष्ठ पूर्वांचल का अष्टम वार्षिक महाधिवेशन वाराणसी में सम्पन्न
विद्युत पेंशनरों ने बुलंद की आवाज कैशलेस चिकित्सा का शीघ्र मिले लाभ
वाराणसी 05 अप्रैल: राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनयर्स संगठन उ०प्र० पेंशन प्रकोष्ठ पूर्वांचल का अष्टम वार्षिक महाधिवेशन महमूरगंज सगुन लॉन में सम्पन्न हुआ। दो सत्रों में चले महाधिवेशन के खुले सत्र का उद्घाटन पूर्वाचल से आये बड़ी संख्या में पेंशनरों, पारिवारिक पेंशनरों, वरिष्ठ पदाधिकारियों एवं विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों की भारी संख्या में उपस्थिति के बीच पूर्वान्ह 11.00 बजे मुख्य अतिथि पूर्वांचल विधुत वितरण निगम के प्रबंधनिदेशक विद्या भूषण द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा शक्ति संदेश स्मारिका एवं चिकित्सा प्रतिपूर्ति निर्देशिका (निगमादेश) के विमोचन के उपरान्त प्रकोष्ठ पूर्वांचल के सचिव इं० एस०एल०आर० गुप्ता द्वारा 25 सूत्रीय मांग पत्र प्रस्तुत किया गया। विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखते हुए मांगों का समर्थन किया। वक्ताओं ने जोरदार ढंग से कैशलेस चिकित्सा व्यवस्था को तत्काल लागू करने की मांग की। कैशलेस चिकित्सा सुविधा दिये जाने, चिकित्सा भत्ता बढाने एवं इसके नियमित मुगतान तथा अन्य सभी प्रकार के बकायों का शीघ्र भुगतान किये जाने की प्रमुखता से मांग उठायी गयी। 01 जनवरी 2006 से पूर्व अधीक्षण अभियन्ता के वेतनमान से सेवानिवृत्त अवर अभियन्ताओं / प्रोन्नत अभियन्ताओं को यूनतम पेंशन का लाभ 01 जनवरी, 2006 से दिये जाने हेतु प्रबंधन का ध्यान कर्षित किया गया। इसके अतिरिक्त पूर्ण पेंशन की स्थापना 10 वर्ष में करने एवं आश्रित बच्चों की चिकित्सा एवं पेंशन सुविधा हेतु निर्धारित आयु सीमा में वृद्धि कर 35 वर्ष करने, सेवानिवृत्ति के समय देय अवकाश नकदीकरण को आयकर मुक्त करने, पेंशन / फेमिली पेंशन की शत-प्रतिशत जब्ती के आदेशों को वापस लेने पेंशन को आयकर मुक्त करने, असक्त और पीड़ित वरिष्ठ नागरिकों हेतु नगरों में मूलभूत सुविधाओं से युक्त ओल्डएज होम बनवाने एवं सरकार द्वारा इनका संचालन करने की व्यवस्था करने, जून में सेवानिवृत्त होने वाले कार्मिकों को पेंशन निर्धारण में एक अतिरिक्त वेतन वृद्धि का लाभ देने, रेलवे की भांति रोड़वेज एवं हवाई परिवहन सेवाओं में वरिष्ठ नागरिकों को पर्याप्त छूट एवं अन्य सुविधाए मे देने की मांग उठायी गयी। मांगों के शीघ्र निस्तारण हेतु आवश्यक कार्यवाही किये जाने का माननीय मुख्य अतिथि ने भरोसा दिलाया। पुरानी पेंशन व्यस्था लागू करने की भी मांग की गयी।
अपरान्ह सम्मेलन के अंतरंग सत्र में सचिव द्वारा विगत सत्र में किये गये कार्यों का विवरण प्रतिवेदन के रूप में प्रस्तुत किया गया, जिस पर गहन विचार-विमर्श हुआ। सभी पेंशनरों से एकताबद्ध एवं संगठित रहने की अपील की गयी। वित्त सचिव इ० जय सिंह एवं लेखानिरीक्षक इं० श्याम नारायण मौर्य द्वारा अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी। सम्मेलन में वरिष्ठ नागरिकों को अंगवस्त्रम एवं अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेट कर सम्मानित किया गया। सम्मेलन सांय काल 6.00 बजे राष्ट्रगान के साथ सम्पन्न हुआ।
सम्मेलन को निदेशक (कार्मिक प्रबन्धन एवं प्रशासन) इ० शेष कुमार बघेल, निदेशक (तकनीकी) इं० पी०पी० सिंह, मुख्य अभियन्ता, वाराणसी क्षेत्र इं० सर्वेश खरे, उप महाप्रबन्धक (लेखा) श्री अमित रोहिला आदि ने सम्बोधित किया। अखिल भारतीय पावर डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं संगठन के केन्द्रीय संरक्षक ई० एस०बी० सिंह, केन्द्रीय महासचिव ई० जयप्रकाश ई० इन्द्रमणि द्विवेदी कुमार इ० आई०पी० सिंह, ई० बी०डी० यादव, ई० हरिश्चन्द्र पाण्डेय आदि ने सम्मेलन को सम्बोधित किया। आर०के० पाण्डेय तथा संचालन ई० एस०एल०आर० गुप्ता ने किया।
सम्मेलन में पेंशन प्रकोष्ठ पूर्वाचल के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों की घोषणा निम्नवत् की गयी
ई आर के पाण्डेय को अध्यक्ष, ई० आई०पी० सिंह को उपाध्यक्ष, इ० एस०एलआर गुप्ता को सचिव, ई0 जय सिंह को वित्त सचिव, इ० एस०सी० श्रीवास्तव को संगठन सचिव, इ० कालिपदेव तिवारी को प्रचार सचिव, इं० राजेन्द्र सिंह को सह प्रचार सचिव और श्याम नारायण मौर्या लेखा निरीक्षक बनाये गये।