राजनीति

राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर हमला

नई दिल्ली 17 मार्च :कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को एक बार फिर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला किया। उन्होंने चुनावी बॉन्ड योजना को सरकारों को गिराने और राजनीतिक दलों को तोड़ने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला जबरन वसूली रैकेट बताया।

भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी महाराष्ट्र के थाने में जंभाली नाका के पास लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया चुनावी बॉन्ड योजना अंतरराष्ट्रीय स्तर का जबरन वसूली रैकेट है। जो लोग इसका विरोध करते हैं, प्रवर्तन निदेशालय, केंद्रीय जांच ब्यूरो और आयकर विभाग उनके पीछे पड़ जाते हैं।

चुनावी बॉन्ड योजना का सरकारों को गिराने और राजनीतिक दलों को तोड़ने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे और अजित पवार के नेतृत्व में हुए बगावत से दो पार्टियों के विभाजित होने पर सवाल उठाते हुए राहुल ने कहा क्या आपको लगता है कि महाराष्ट्र में शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक मुफ्त में चले गए?

कांग्रेस नेता ने कहा कि पिछड़े समुदायों, दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और सामान्य श्रेणी के गरीबों की आबादी 80 प्रतिशत से अधिक है, लेकिन सरकारी और निजी क्षेत्रों में शीर्ष पदों पर उनका प्रतिनिधित्व बेहद कम है। उन्होंने दावा किया कि भारत में कोविड-19 से 50 लाख लोगों की मौत हुई।

राहुल गांधी ने कहा जब लोग कोरोना वायरस से मर रहे थे, टीका बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने प्रधानमंत्री मोदी को चुनावी बॉन्ड के रूप में पैसा दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अयोध्या में राम मंदिर की भूमि पूजन समारोह में केवल फिल्मी सितारे और शीर्ष उद्योगपति मेहमान के तौर पर शामिल किए गए। वहां कोई गरीब मौजूद नहीं था। यहां तक कि भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भी कार्यक्रम में आने की अनुमति नहीं दी गई क्योंकि वह आदिवासी हैं।

राहुल गांधी की यात्रा के ठाणे में प्रवेश के दौरान उनके साथ शरदचंद्र पवार वाली एनसीपी के विधायक जितेंद्र आव्हाड, शिवसेना नेता केदार दिघे भी मौजूद थे। जिले के भिवंडी में समाजवादी पार्टी के विधायक रईस शेख ने उनका स्वागत किया।कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी हमला बोला।

उन्होंने कहा कि चुनावी बॉन्ड्स के नाम पर ‘हफ्ता वसूली सरकार’ ने दुनिया का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार किया है। कंपनियों से एक्सटोर्शन का यह मॉडल खुद नरेंद्र मोदी का तैयार किया हुआ था। उन्होंने कहा कि इस आपराधिक खेल के नियम स्पष्ट थे। पहला एक तरफ कॉन्ट्रैक्ट दिया, दूसरी तरफ से काट लिया। दूसरा- एक तरफ से रेड की, दूसरी तरफ चंदा लिया।

उन्होंने आगे कहा कि ईडी, आईटी, सीबीआई जैसी जांच एजेंसियां नरेंद्र मोदी की ‘वसूली एजेंट’ बन कर काम कर रही हैं। जो कभी देश के संस्थान हुआ करते थे वो अब भाजपा के हथियार के रूप में काम कर रहे हैं। भारतीय मीडिया इस स्थिति में नहीं है कि वह चुनावी बॉन्ड की सच्चाई जनता को बता सके, इसलिए आपको खुद ही भाजपा का असली चेहरा पहचानना होगा।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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