विद्युत विभाग:भ्रष्टाचार के आरोपी सहायक अभियंता की ढाल:पूर्वान्चल से लेकर पश्चिमांचल के अधिकारियों ने संभाली कमान:
वाराणासी 17 मार्च:”””””””हाले पूर्वान्चल””””””””‘पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम के मुखिया ने कुम्भ-2024 की मलाई के लिये भ्रष्टाचार के आरोपी को धीरे से पहुँचाया प्रयागराज।
पूर्वान्चल निगम में भ्रष्टाचार करो इनाम पाओ योजना के तहत वाराणासी में बिल रिविज़न औऱ स्थाई विच्छेदन के नाम पर लाखों की हेरा-फेरी के विभाग को चूना लगाने वाले आरोपित सहायक अभियंता सर्वेश शुक्ला को पहले विद्युत वितरण खंड-द्वितीय वाराणासी में फिर कुछ दिनों बाद क्षेत्र परिवर्तन कर प्रयागराज क्षेत्र में किया गया।
वाराणसी से प्रयागराज पहुँचने तक सहायक अभियंता का सफरनामा
सूत्र बता रहे है कि सर्वेश शुक्ला को वाराणासी से प्रयागराज तक का सफ़र कराने में पूर्वान्चल निगम के कई पूर्व अधिकारी पूर्वान्चल निगम के भीष्मपितामह के रूप में जाने जाने वाले पूर्व स्टाप ऑफिसर सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता ने सर्वेश शुक्ला को प्रयागराज पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई औऱ पश्चिमांचल में तैनात एक अधिकारी जो कुछ माह पहले पूर्वान्चल से पश्चिमांचल गये है ने पूर्वान्चल निगम में सम्पर्क साधकर सर्वेश शुक्ला को प्रयागराज भेजनें में सफलता हासिल की।
सफ़र के हमसफ़र
सहायक अभियंता सर्वेश का सफर यही नही रुका मुख्य अभियंता प्रयागराज कार्यालय में ज्वाइन करने के बाद आदर्श अचार संहिता लागू होने के बावजूद प्रयागराज में बैक डेटिंग कर सहायक अभियंता की ताज पोशी की तैयारी चल रही है किसी वक़्त मुख्य अभियंता द्वारा पोस्टिंग की जा सकती है और चुनाव के बाद सर्वेश के करीबी रहे अधिशासी अभियंता (कुम्भ)अनूप कुमार सिन्हा द्वारा सर्वेश को कुम्भ मेले की पोस्टिंग दिलाने का जिम्मा उठा रखा है।
ज्ञात हो सरकार के द्वारा कुम्भ के सफल औऱ उच्च स्तरीय व्यवस्थाओ के लिए कई हजार करोड़ की स्वीकृत दी है। जिसके तहत विद्युत विभाग को भी हजारों करोड़ के कार्य कराये जाने है।
जाँच आधार में लटकी
जबकी धनउगाही के मामले में जांच अभी लंबित है जांच समिति को 3 दिन में रिपोर्ट देनी थी परंतु भ्रष्टाचार की जांच 1 माह बाद भी पूरी नही हो पाई।
भ्रष्टाचार करो इनाम पाओ
उल्लेखनीय है कि कुम्भ-2019 के दौरान कई सौ करोड़ का घोटाला पकड़ा गया था जिसकी जाँच पूर्वान्चल से लेकर UPPCL मुख्यालय के दफ्तरों में आज भी दबी है जिसमे 14 अधिकारियो पर आरोप लगे थे परंतु घोटाले कोई कार्यवाही नही हुईं अपितु कइयों का प्रमोशन देकर उपकृत किया गया जिसमें वर्तमान के पूर्वान्चल के निदेशक वाणिज्य, राजेन्द्र प्रसाद भी दोषी पाये गये थे जो निदेशक पद पर चयनित हो कर पूर्वान्चल में तैनात है।
पड़ताल जारी है………
भ्रष्टाचार के विरुद्ध शेष है युद्ध…..…