विद्युत विभाग:एम०देवराज के जाने से खुशी का माहौल: उपभोक्ता औऱ बिजलीकर्मी थे परेशान:ईमानदारी की आड़ में बचाया कुम्भ-2019 घोटाले के आरोपियो को
वाराणासी/लखनऊ 27 जुलाई: उत्तरप्रदेश पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम०देवराज की मनमानी,अनाप-सनाप नीति लागू करने, विद्युत विभाग के विकाश में बाधा बनने ,भ्रष्टाचार के आरोपो से घिरने, कुम्भ-2019 के घोटाले बाजो को बचाने औऱ मंत्रियों औऱ उद्योगपतियो के फ़ोन न उतने के कारण सरकार ने अंततः उनका ट्रांसफर कर दिया।
एम०देवराज अपनी ईमानदारी की आड़ में भ्रष्टाचारियो के साथ खड़े नजऱ आये औऱ उनको लाभान्वित भी किया। कुम्भ-2019 घोटाले की फ़ाइल पूर्वान्चल के मंगा कर अपने पास रख कर मामले को दबा दिया।
एम०देवराज के ट्रांसफ़र की ख़बर फैलते ही विभाग में चतुर्थ श्रेणी बिजलिकर्मियो से लेकर अभियंताओ औऱ उच्चाधिकारियों में खुशी की लहर दौड़ गई। पूरे प्रदेश में एम०देवराज के उत्पीड़न से उत्पीड़ित लोगो ने मिठाई भी बांटने की खबरे आ रही है।
एम०देवराज के द्वारा बहुत सारे उत्पीड़ित बिजली कर्मी सरकार से भरोसा उठ जाने के बाद भगवान भरोसे थे आज पूरे परिवार समेत मंदिरो में मत्था टेकते औऱ भगवान का धन्यवाद देते नजऱ आये।
अपनी मनमानी कार्यशैली औऱ अनावश्यक दबाव में कार्य कराये जाने एवं सुबह से शाम तक विडियोकॉनफ्रेंसिंग से परेशान उच्चाधिकारियों ने आज राहत की सांस ली उनका कहना है इन सब वजहों से क्षेत्र में काम करने का समय ही नही मिलता था कि अब काम ज्यादा होगा।
एम०देवराज की वज़ह से ही बिजली कर्मी आन्दोलित हुए थे।अधिकारियों/बिजलिकर्मियो औऱ देवराज के बीच 4 सालों में समन्वय ही नही बन पाया छोटी-छोटी समस्या जो वार्ता के माध्यम से हल हो सकती थी उनको भी एम०देवराज ने अनदेखा किया औऱ बिजलिकर्मियो को आंदोलन में धकेलने का काम किया।