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विद्युत विभाग:काग़जी आकड़ो में व्यवस्था मस्त : जमीन पर ध्वस्त: खंभों पर ही छोड़ दिए 42 जले ट्रांसफार्मर:खुली पोल:दिखाया कुछ गया, बताया कुछ गया

वाराणसी 29 जून: पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम में बिजली व्यवस्था औऱ जले ट्रांसफार्मर के आकड़ो के अनुसार काग़ज़ पर वाराणसी शहर की बिजली व्यवस्था औऱ ट्रांसफार्मर के कम जलने के आकड़ो से व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त एव मस्त दिखी परन्तु इसके उलट वाराणसी शहर में जमीनी हकीकत में व्यवस्था ध्वस्त नजऱ आई, अभियंताओ की कारगुजारियों वाराणसी शहर में ट्रांसफार्मर संकट की एक बड़ी वजह सामने आई है। यह संकट स्वाभाविक रूप से पैदा नहीं हुआ बल्कि पैदा कराया गया। बिजली अभियंताओं ने अप्रैल-मई में 42 ट्रांसफार्मरों के जलने की बात छिपा ली। लोड डायवर्जन की बात कहते हुए उनकी जगह ट्राली ट्रांसफार्मर लगवा दिया।

दिखाया कुछ गया, बताया कुछ गया

यह खुलासा भिखारीपुर स्थित ट्रांसफार्मरों के वर्कशॉप की ओर से कराई गई जांच में हुआ है। जांच में पोल खुली तो जून के पहले हफ्ते से फुंके हुए ट्रांसफार्मर मरम्मत के लिए वर्कशॉप भेजने शुरू हुए। बिजली अभियंताओं का यह खेल अपनी तरह का पहला मामला है। इस खेल के जरिए पॉवर कॉरपोरेशन प्रबंधन और सरकार के साथ उपभोक्ताओं को भी भ्रम में रखा गया।

लापरवाही छिपाने को नहीं बताई जलने की बात

दो माह तक जले हुए ट्रांसफार्मरों को खंभों पर ही छोड़ देने से वर्कशॉप पर अचानक लोड बढ़ गया। समय पर ट्रांसफार्मरों की मरम्मत और उनकी आपूर्ति में दिक्कत आने लगी तो वर्कशॉप के अधिकारी कारणों की खोज में लगे। तब उन 42 ट्रांसफार्मरों की बात सामने आई।

जल्दबाजी में मरम्मत पड़ रही भारी,गुणवत्ता से किया गया समझौता

वर्कशॉप पर लोड बढ़ने के बाद अब प्रतिदिन आठ से नौ ट्रांसफार्मर की मरम्मत हो रही है। मंगलवार रात दो बजे तक वर्कशॉप में सात ट्रांसफार्मर की मरम्मत कराई गई। ऐसे में गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जैसे तैसे सही कर ट्रांसफार्मरों को वर्कशॉप से बाहर कर दिया जा रहा है। यही वजह है कि लगभग 15 ट्रांसफार्मर लगते ही दोबारा जल गए।

तीन महीने में जले 4407 ट्रांसफार्मर

जनपद में तीन महीने में 4407 ट्रांसफार्मर जल गए। सबसे अधिक ट्रांसफार्मर ग्रामीण इलाके में फुंके हैं। अप्रैल में 1179, मई में 1553 और जून में 1675 ट्रांसफार्मर जले। जबकि, पिछले वर्ष अप्रैल में 1240, मई में 1668 और जून में 1811 ट्रांसफार्मर जले थे। वहीं पहड़िया डिवीजन में 01 से 27 जून के बीच 21 ट्रांसफार्मर जले हैं।

ट्रांसफार्मरों को जलने के बाद तत्काल वर्कशॉप नहीं भेजा गया। अभियंताओं ने सूचना छिपाई। इससे वर्कशॉप पर लोड बढ़ गया।

पड़ताल अभी जारी है*********

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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