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विद्युत विभाग:चुनावी समर में प्रधानमंत्री के क्षेत्र में स्मार्ट मीटरों की दास्तां:नही बदले गये खराब मीटर:प्रबंधन मस्त उपभोक्ता पस्त:मूलभूत सुविधाओं के लिये उपभोक्ता होते परेशान

वाराणसी 5 मार्च :”””””””हाले पूर्वान्चल”””””””””चुनावी समर में प्रधानमंत्री पुनः अपने संसदीय क्षेत्र से अबकी बार 400 पर नारे के साथ तीसरी बार पर्चा भरने जा रहे। तो दूसरी तरफ तमाम भ्रष्टाचार और घोटाले की खबरों के बीच पूर्वान्चल विद्युत निगम में मुख्य अभियंता वाराणासी क्षेत्र की मलाईदार कुर्शी के लिए पीछे 2-3वर्षो में चहेतों के लिए चलती तबादला एक्सप्रेस से वाराणासी की बिजली व्यवस्था पर असर साफ दिखाई दे रहा है।
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए प्रत्येक स्तर पर करोड़ो की अनेकों योजनाएं लागू की गई जिसके तहत वाराणासी क्षेत्र में विश्वस्तरीय ट्रिपिंग विहीन विद्युत व्यवस्था के लिए IPDS योजना वर्तमान में री-वैम्पड योजनाओं के साथ साथ समय समय पर अनेको विद्युतीय योजना के तहत करोड़ो के कार्य कराया गया।इसमें वाराणासी के उपभोक्ताओं को स्मार्ट बिजली सप्लाई के लिए स्मार्ट मीटर योजना लागू की गई।
वाराणासी में लाखो उपभोक्ताओं के परिसरो पर स्मार्ट मीटर स्थापित किये गए जो अब उपभोक्ताओं की परेशनी का सबब बनता जा रहा है।
वाराणासी में स्मार्ट मीटर योजना पूर्वान्चल प्रबंधन की उदासीनता औऱ एजेंसी की लापरवाही से धरातल पर फेल होते नजर आ रही है।
वाराणासी के तमाम ऐसे उपभोक्ता जिमके परिसरो पर स्मार्ट मीटर स्थापित थे वर्तमान मीटर खराब होने से बिजली का संकट झेल रहे है।

खराब मीटर न बदले जाने से समस्या बढ़ी:डिस्कॉम ने अभी कोई आदेश जारी नहीं किया

क्षेत्र के वितरण के अभियन्ता इस समस्याओं से निजात पाने के लिए ऐजिंसी को पत्रचार कर निगम प्रबंधन की ओर आस लगाए बैठे है कि प्रबंधन कोई निर्णय ले वही प्रबंधन की उदाशीनता से स्मार्ट मीटर बदले जाने के संबंध में चुप्पी साध रखी है।
सूत्र बताते है कि स्मार्ट मीटर प्रदाता एजेंसी ने अपना काम समेट लिया है।

स्मार्ट मीटर की होने लगी मैनुवाल रीडिंग

शहर में सैकड़ों उपभोक्ताओं के स्मार्ट मीटर कई दिनों से ‘सुन्न’ हैं। मीटर की मैनुएल रीडिंग में भी दिक्कत आने लगी है। इससे लोगों को दिक्कतें हो रही हैं। उपभोक्ता पहले से मीटर बदलवाने के लिए सबस्टेशन का चक्कर लगा रहे हैं। अब उन्हें बिजली बिल सही करने के लिए अधिकारियों के हाथ पैर जोड़ने पड़ रहे हैं। स्थिति यह हो गई है वितरण और मीटर विभाग के अभियंता उपभोक्ताओं से कन्नी काट रहे हैं।

मूलभूत सुविधाओं के लिये उपभोक्ता होते परेशान

अनदेखी के चलते खराब स्मार्ट मीटर बदलने का मामला अटका है। इसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। कुछ उपभोक्ताओं ने मीटर नहीं बदलने की शिकायत डिस्कॉम स्तर पर की है। ज्ञात हो कि पिछले 15 दिनों से पूर्वांचल में खराब स्मार्ट मीटर को बदला नहीं जा रहा है। इस कारण सैकड़ों उपभोक्ता बिजली संकट से जूझ रहे हैं। पानी भरने के लिए पड़ोसियों से बिजली लेनी पड़ रही है।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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