विद्युत विभाग:ट्रांसफार्मरो की खराब सेहत में UPPCL की कंपनियों ने पाया 3,4,5,6 स्थान: केस्को बाकियो से बेहतर स्थिति में:केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण की सर्वेक्षण रिपोर्ट में खुलासा
वाराणसी 8 जून: केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण द्वारा ट्रांसफार्मर के रख रखाव औऱ उनकी ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्तता दर के आकड़ो के साथ देश की वितरण कंपनीनियो की सूची जारी की। जिसमे पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम देश में पांचवें स्थान पर है।
निदेशक,तकनीकी की कार्यशैली की पोल खोलते आंकड़े
पूर्वांचल निगम में वर्ष 2020 व 2021 में 14.90 प्रतिशत ट्रांसफार्मर फुंके जबकि बिहार की वितरण कंपनी साउथ बिहार इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन (एबीपीडीसीएन) में यह सबसे कम 2.43 प्रतिशत रहा। यह खुलासा केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) की सर्वे रिपोर्ट से हुआ है। हालांकि पावर कॉरपोरेशन के चयेरमैन एम. देवराज का दावा है कि ट्रांसफार्मरों के क्षतिग्रस्त होने की पहले जैसी दर नहीं रही, वह कम हुई है।
UPPCL सर्वेक्षण के अनुसार एक साल में 3% की कमी हूई है दर्ज
यूपी पावर कॉरपोरेशन के वर्ष 2022-23 में हुए सर्वेक्षण के अनुसार पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में 11.09 प्रतिशत, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम में 9.9, दक्षिणांचल में 12.7 प्रतिशत, पश्मिांचल विद्युत वितरण निगम में 8.5 प्रतिशत तथा केस्को में 4.0 प्रतिशत की दर से ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं। वैसे, विभागीय सर्वेक्षण में भी पूर्वांचल अव्वल है।
ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्तता दर ने पूर्वांचल को पूरे देश में दिलाया 5वां स्थान
केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण ने देश की 24 वितरण कंपनियों में ट्रांसफार्मरों की क्षतिग्रस्तता दर का सर्वेक्षण किया था। रिपोर्ट के अनुसार अधिकतम क्षतिग्रस्तता दर जम्मू-कश्मीर की केपीडीसीएल एंड जेपीडीसीएल में थी। उसके बाद तीसरे स्थान पर दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम में 18.97 प्रतिशत, चौथे स्थान पर पश्मिांचल विद्युत वितरण निगम में 17.04 प्रतिशत, छठवें स्थान पर मध्यांचल विद्युत वितरण निगम में 13.21 प्रतिशत तथा बारहवें स्थान पर केस्को में 7.32 प्रतिशत ट्रांसफार्मर खराब हुए।
*ट्रांसफार्मर जलने के बताए कारण*
सीईए ने मार्च-2023 में गाइडलाइन भी जारी की थी। इसमें ट्रांसफार्मर जलने के 10 प्रमुख कारण बताए गए। उनमें इंस्टालेशन, ऑयल लीकजे, ब्रोकिंग बुसिंग, गैसकिट लीकेज, वेल्डिंग लीकेज आदि हैं। इन कमियों को पावर कारपोरेशन ने दूर करने का प्रयास शुरू कर दिया है।
वाराणसी जोन में मई में जले 1169 ट्रांसफार्मर
गत मई महीने में वाराणसी, जौनपुर और चंदौली में 1169 ट्रांसफार्मर जल गए। इनमें बड़े ट्रांसफार्मरों की संख्या अधिक है। ओवरलोडिंग के चलते सबसे अधिक ट्रांसफार्मर जले हैं।