विद्युत विभाग:नटवरलाल लेखाकार की कोठी पर देर रात किया नोटिस चस्पा, प्रबंधन आरोपी को फरार कराने के बाद किया पत्राचार खेल शुरू :पत्नी को नही कराया नोटिस रिसीव?
वाराणासी 10 अप्रैल:””””””10 करोड़ के गबन में पूर्वान्चल का खेला”””””” पूर्वान्चल निगम के खातों में डाका डालने वाले नटवरलाल लेखाकार केशवेंद्र द्विवेदी पर प्रथम सूचना रिपोर्ट दिनांक-04.04.24 को मध्यरात्रि के बाद 02:18 पर दर्ज कराई गई,FIR दर्ज कराने से पहले लेखाकार से पूछताछ होती रही।
नटवरलाल लेखाकार से 3 करोड़ की रिकवरी औऱ लेखाकार की लेखाकार पत्नी से 10 लाख लेने के बाद पूर्वान्चल प्रबन्ध गबन के मामले में लेखाकार को ढूढने के नाटक करते हुऐ लेखाकार की आलीशान कोठी पर निलंबन पत्र,नोटिस औऱ कार्यमुक्त पत्रों को चस्पा किया।
मज़े की बात ये है कि प्रबंध निदेशक द्वारा दिनांक-04.04.24 की मध्यरात्रि के दिन FIR करने औऱ लेखाकार को निलंबित किया औऱ सर्वेश खरे,मुख्य अभियंता, अनुशासनात्मक कार्यवाही, पूर्वान्चल के द्वारा दिनांक-06.04.24 को लेखाकार को अनुपस्थिति में निलंबन आदेश के अनुपालन में कार्य मुक्त किया गया तथा उसी दिन दिनांक.06.04.23 को उपमहाप्रबंधक(लेखा),पूर्वान्चल द्वारा लेखाकार को नोटिस भी जारी की गई। पत्रों में नटवरलाल लेखाकार को 04.04.24 से कार्यालय में अनुपस्थित होने की बात लिखी है।
लेखाकार की फरारी में प्रबंधन लिप्त
प्रबंधन द्वारा नटवरलाल लेखाकार को फरार कराने के आरोप इसी बात से सिद्ध हो रहे हैं कि FIR लिखवाने के दिनांक – 04.04.24 की मध्यरात्रि तक लेखाकार प्रबंध निदेशक की पूछताछ में उपस्थिति रहा,सूत्रों के अनुसार उसके बाद 2 दिनों तक लेखाकार प्रबंधन कार्यालय में पत्नी के साथ देखा गया तो तब क्यो दिनांक-6 अप्रैल के पत्रों को लेखाकार को रिसीव नही कराया गया? वही दूसरी तरफ़ नटवरलाल लेखाकार की लेखाकार पत्नी, जो वाराणासी के लेखा परिक्षेत्र में तैनात है 10 लाख रुपए की रिकवरी करते समय उसको क्यो रिसीव नही कराया गया?
गबन की मनी ट्रेल में पत्नी के खातों के जिक्र
नटवरलाल लेखाकार केशवेंद्र के खातों की जांच औऱ कबूलनामे में गबन के लाखों रुपये अपनी लेखाकार पत्नी के खाते में ट्रांसफर किये जिसमे से 10 लाख प्रबंधन को पत्नी ने वापिस किया।
सूत्रों की माने तो नटवरलाल लेखाकार केशवेंद्र 7 अप्रैल तक पूर्वान्चल मुख्यालय में आता-जाता रहा। 3 करोड़ औऱ 10 लाख पति-पत्नी से लेने के बाद लेखाकार को फरार होने का मौका दिया।
प्रबंधन में बैक डेटिंग का खेल:अस्थाई पते पर भेजा विभागीय पत्र
विभागीय सूत्र बता रहे है कि प्रबंधन के लोग मंगलवार की देर रात्रि को नटवरलाल लेखाकार की कोठी पर पहुँचे औऱ घंटी बजाई किसी के न निकलने पर कोठी के गेट पर निलंबन आदेश के साथ पत्र औऱ नोटिस चस्पा कर दी। प्रबंधन ने खेल करते हुए नटवरलाल लेखाकार के अस्थाई पते आलोक नगर,सगहट, रोहनियां, वाराणासी पर पत्र लिखा है जबकी स्थाई पता भी प्रबंधन को मालूम है।
वैसे पूर्वान्चल में सबसे बड़ा कुम्भ-2019 में अरबो के घोटाले को दफन होते देखा गया है जिसके 13 आरोपियों के साथ एक आरोपी UPPCL से निदेशक,वाणिज्य के पद पर चयनिय हो कर पूर्वान्चल निगम में नियुक्त हो कर प्रबंधन के साथ मस्त है।
वही दूसरी तरफ वाराणासी की पुलिस ने नटवरलाल के स्थाई पते प्रयागराज के खुल्दाबाद और अलोक नगर कालोनी सगहट रोहनिया की आलीशान कोठी पर दबिश दी,परन्तु लेखाकार पुलिस के हाथ में नही आया।