एक झलक

विद्युत विभाग:मुख्य अभियंता कार्यालय में निकला अजीब जानवर:पिछले दिनों निकला था साँप:कूड़े के ढेर से पटे बिल्डिंग के गलियारे:साफ़-सफाई पर प्रति वर्ष लाखो खर्च

वाराणासी 16 जनवरी:पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम परिसर में स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय की बिल्डिंग में अजीब तरह के जानवर के निकलने से काफ़ी हलचल रही।
आज भिखारीपुर स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय में दोपहर में एक अधिकारी के कमरे निकले अजीब तरह के जानवर को कर्मचारियो ने कमरा बंद कर पकड़ने की कोशिश की परन्तु जानवर भाग निकलने में सफल रहा।
कर्मचारियो में चर्चा रही की ये अजीब जानवर कब्रबिज्जू है जो जंगलों में पाया जाता है औऱ इंसानों की कब्रे खोद कर उनका सड़ा गाला मास खाते है।
जानकारी प्राप्त करने पर पता चला की ये अजीब जानवर(कब्रबिज्जू) पिछले 10-15 वर्षों से मुख्य अभियंता बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर पूरे परिवार के साथ रहते है रात में बिल्डिंग की दिवलो औऱ छतों पर दिखाई देते है। इस अजीब जानवर ने बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर बंद पड़े कमरों में अपना आशियाना बना रखा है।
उल्लेखनीय है कि इस परिसर पर मुख्य अभियंता वाराणासी क्षेत्र प्रथम औऱ द्वितीय के कार्यालयों के अलावा विजलेंस वाराणासी क्षेत्र औऱ मुख्य लेखाधिकारी के भी कार्यालय है।

बिल्डिंग के गलियारों में कूड़े के ढेर

बिल्डिंग के गलियारों में पुराने फ़र्नीचर औऱ कबाड़ के कूड़े के ढेर देखे जा सकते है कर्मचारियो का कहना है कि इनकी कबाड़ के ढेरों औऱ वर्षो से बंद कमरो में इस जानवर ने घर बनाया है।

बिल्डिंग के पीछे बना जंगल

मुख्य अभियंता की बिल्डिंग के पीछे कर्मचारियो के आवास के पास जंगल मे भी ये देखें गये है इसकी जानकारी सिविल इकाई के अधिकारियों को भी है पर न तो परिसर से फर्नीचर के कबाड़ के ढेर औऱ न ही जंगल को हटाया गया वर्षो से यही हालत है।

बिल्डिंग में साँपो का बसेरा

पिछले दिनों विजलेंस के कार्यालय के पास साँप निकले की भी ख़बर थी विजलेंस के कर्मचारियों ने जिसकी जानकर सिविल इकाई के अधिकारी को दी पर उस पर भी सिविल इकाई के लोग नही जागे।
वैसे आज की घटना से अधिकारियो औऱ कर्मचारियो में दहशत देखी गई सभी अपने अपने कमरो के कोने कोने में ताका झांकी करते नजऱ आये।
वैसे प्रति वर्ष निगम मुख्यालय के अलावा सभी कार्यालयो औऱ आवासों की साफ- सफाई के लिए सिविल इकाई के द्वारा करोड़ो का खर्च किया जा रहा है।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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