विद्युत विभाग:संविदाकर्मी के साथ हुई दुर्घटना:इलाज के दौरान मौत:सोता प्रबंधन मरता संविदाकर्मी:इस रात की सुबह नही
वाराणासी 29 जुलाई:विद्युत विभाग में संविदाकर्मियों के साथ विद्युत दुर्घटनाओं का दौर जारी है प्रतिदिन किसी न किसी क्षेत्र में विद्युत दुर्घटना से संविदाकर्मियों की मौत की खबरें आती रही है। गाज़ीपुर जिला के भांवरकोल थाना क्षेत्र के मनिया गांव के प्राथमिक विद्यालय के पास शनिवार की सुबह ट्रांसफार्मर से 11 हजार की लाइन का तार जोड़ते समय संविदा कर्मी मन्नू सिंह कुशवाहा 32 बर्ष की बिजली की चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस गया ।
ग्रामीणों की मदद से उसे इलाज के लिए मुहम्दाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया , जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया । जहां पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया ।
बता दे कि मृत संविदाकर्मी गा़म नारायणपुर जनपद बलिया का निवासी था , वही संविदा कर्मी मन्नू की मौत की खबर से उसके परिजनों में कोहराम सा मच गया । मन्नू पिछले तीन वर्षों से संबिदाकर्मी लाइनमैन के रूप में कार्य कर रहा था । वह अपने मां बाप का इकलौता पुत्र था , जो की बिजली विभाग में कार्य कर अपना व अपने परिवार का भरण पोषण करता था । उसकी मौत से उसके परिवार पर दुःखों का पहाड़ सा टुट गया है ।
इस घटना से उसकी मां पवित्री देवी, पत्नी अनीता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है , उसकी एकमात्र संतान डेढ़ बर्ष की पुत्री मुन्नी है ।
बता दे कि मृतक संविदा कर्मी मुन्नू कोटवा विद्युत सब स्टेशन पर पिछले तीन वर्षों से लाइनमैन के पद पर कार्यरत था ।
बताया जाता है कि गा़मीणों की शिकायत पर वह मनियां गांव में सट डाउन लेकर टांस्फार्मर का तार जोड़ रहा था की इसी बीच किसी ने विधुत आपूर्ति चालू कर दी । जिसके कारण वह बिजली की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गया। गा़मीणों की मदद से उसे जिला अस्पताल पहुंचाया गया जहां चिकित्सकों उसे मृत घोषित कर दिया ।
इस घटना के सम्बन्ध में प़भारी निरीक्षक सत्येंद्र कुमार राय ने बताया कि कोतवाली में उसके मौत की सूचना मिली है साथ ही मेमो भी मिला है ।शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है ।
इस घटना से बिभाग के प्रति संविदा कर्मियों में बेहद रोष व्याप्त है , आश्चर्य तो यह है कि इस घटना के बावत जब बिभाग के अधिकारियों से संपर्क साधने की कोशिश किया गया तो बिजली बिभाग के जे ई सहित सभी अधिकारियों का नम्बर पहुंच से बाहर ही बताता रहा ।
फिलहाल मात्र 6 माह के अंदर ही हुई तीसरे लाइनमैन की मौत से शासन एवं बिभाग की संवेदनहीनता से आमलोगों में बेहद गुस्सा है