विद्युत विभाग:सोलर रूफ टॉफ योजना में खानापूरी:एक माह में 25000 हजार का है लक्ष्य:33 दिन में लगे 52 घरों पर सोलर प्लांट
वाराणसी 2 फ़रवरी:प्रधानमंत्री की महत्वपूर्ण हर घर में सोलर रूफ टॉफ योजना काशी में धीमी गति से चल रही है। यूपी नेडा के अफसर सिर्फ कागजी घोड़े दौड़ा रहे हैं। यू०पी० नेडा के वेंडरों ने 33 दिन में अबतक 52 घरों में सोलर लगाए हैं।
बिजली विभाग की ओर से टेक्निकल फिजिबिलिटी रिपोर्ट (टीएफआर) 2551 लगाए जा चुके हैं। इतने घरों में सौर ऊर्जा का सिस्टम इंस्टाल होना चाहिए था। कई वितरण खंडों में योजना को अमली जामा तक नहीं पहनाया गया है। भेलूपुर प्रथम में तीन सोलर लगाए गए हैं। यहां 78 कनेक्शन का टीएफआर कर दिया गया है। इसी तरह चौकाघाट डिवीजन में 79 टीएफआर की प्रक्रिया पूरी हो गई है। लेकिन सोलर सिर्फ 4 लगाए गए हैं। चेतमणि में 133, मछोदरी में 52, मुडंवाडीह में 144, कज्जाकपुरा वितरण खण्ड में 188 टीएफआर किया गया है, पर यहां सोलर प्लांट लगाने की संख्या काफी कम है।
रूफ टॉफ योजना की जमीनी हकीकत कुछ और
शासन ने एक महीने के अंदर 25000 हजार सोलर लगाने का लक्ष्य सौंपा था। लेकिन, इसकी जमीनी हकीकत कुछ और है। वहीं, योजना के प्रचार-प्रचार में लापरवाही बरती जा रही है। अधिकांश लोगों को इस योजना का पता ही नहीं है। हर वार्ड में नियुक्त किये गए 15 परियोजना अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। बताया जाता है कि प्रचार प्रचार के लिए लाखों रुपये का बजट दिया गया है। उधर, यूपी नेडा के अफसर रोजाना तीन से चार बैठक कर रहे हैं। इसके बावजूद सोलर प्लांट स्थापित करने का लक्ष्य पूरा नहीं कर पा रहे हैं।
वेंडर उपभोक्ता को अलग अलग रेट बता रहे हैं
रूफ टॉफ योजना पर वेंडर ही पतीला लगा रहे हैं। एक इलाके में सोलर प्लांट लगाने के लिए कई वेंडर उपभोक्ता के पास पहुंच जा रहे हैं। वेंडर उपभोक्ता को अलग अलग रेट बता रहे हैं। ऐसे में लोग भ्रमित हो रहे हैं। इसकी शिकायत यूपी नेडा के निदेशक से की गई है। इस पर उन्होंने कार्रवाई की चेतावनी दी है।
ई०चंद्रजीत कुमार, मुख्य अभियंता, नियोजन, पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम वाराणासी के अनुसार ओवदन आते ही तुरंत टीएफआर लगा दिया जा रहा है। नेट मीटर भी स्टॉल कर दिया जा रहा है। विभाग की ओर से सोलर लगाने में कोई अड़चन नहीं है।