विद्युत विभाग: पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम का हुक्का-पानी बंद: वित्तीय व्यवस्था हुई बे पटरी: ठेकदारों में बढ़ता आक्रोश
वाराणसी 16 मई: UPPCL के चेयरमैन द्वारा पूर्वान्चल में वर्ष 15-17 के पुराने बिलों के भुगतान हेतु वर्ष 22-23 में ERP पर अपलोड किए गए लगभग 1600 सौ बिलो की जांच के आदेश दिए गए थे 15 दिन में जांच एव कार्यवाही कर रिपोर्ट मांगी थी साथ ही साथ पूरे पूर्वान्चल का भुगतान रोक दिया गया था। संदिग्ध बिलो की जांच 2 माह बीत जाने के बाद भी आज तक पूरी नही हो सकी है जिसके कारण ERP पर भुगतान रोक आज भी जारी है।
कुछ वितरण खंडों के भ्रष्टाचार के बोझ तले दबा पूर्वान्चल, वित्तीय व्यवस्था बिगड़ी
पूर्वान्चल के आजमगढ़, बलिया,मऊ वितरण खण्डों द्वारा पुराने बिलो को ERP पर अपलोड कर दिया। चेयरमैन साहेब ने पूरे पूर्वान्चल का भुगतान रोक देने का शाही फ़रमान दे दिया औऱ तो औऱ पुराने बिल वर्ष 15-17 के है जिनकी जांच प्रचलित है पर भुगतान वर्ष 22-23 का भी रोक गया है जिसकी वजह से कर्ज के मर्ज से जूझते पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में समस्त कार्य प्रभावित हो रहे है।
ठेकेदारों का गुस्सा सातवें आसमान पर
पूर्वान्चल में एक बार फिर कार्यदायी कम्पनियो के सामने भुगतान हेतु बड़ी चुनौती खड़ी होती नजर आ रही है ERP सिस्टम लागू होने के पूर्व बड़े पैमाने पर कार्यदायी कम्पनियो के बिलो की जांच होने के बाद बिलो को ERP से लोड किया गया पर अचानक एक बार फिर डिस्काम के कुबेर पर शीर्ष प्रबंधन द्वारा भ्र्ष्टाचार का ग्रहण लगते नजर आ रहा है जिसमे अचानक पूर्वांचल में लाइवेलटी का बढ़ना कारण बताया जा रहा है जबकी दूसरी ओर विभाग में काम करने वाली कार्यदायी कम्पनियो के ठेकेदारों का कहना है कि काम करने के बाद ERP पर अपने बिलो को चढ़वाने के लिए लम्बे समय तक अधिकारियो की गणेश परिक्रमा करना और चढ़ावा चढ़ाने के बाद भी लम्बे समय में बिल ERP पर चढ़ाया जाता है तमाम मशक्त के बाद फिर प्यासे की तरह डिस्काम मुख्यालय के कुबेर के कुए में अपने भुगतान रूपी जल पाने का भी लम्बा इंतजार उस पर बगैर कोई डेड लाइन बताए ERP सिस्टम लागू होने के बावजूद बिलो की जांच करना हास्यास्पद है।
जांच के नाम पर भुगतान न होने से कार्यदायी कम्पनियो में बढ़ रहा आक्रोश
डिस्काम मुख्यालय पर जांच की आच का सहारा लेकर एक फिर कार्यदायी कम्पनियो का भुगतान न होने से ठेकेदारों में गुस्सा साफ तौर पर देखने को मिल रहा है उनका कहना है कि जांच कुछ बिन्दुओ और कुछ जोनो की है मामला पुरानी बिलो का है तो समूचे पूर्वांचल का भुगतान रोकना पूरी तरह से अन्याय पूर्ण है और विभागीय अधिकारियो द्वारा साफ तौर पर कुछ बताया भी नही जारहा है जिससे भ्र्म की स्थिति है जिसे लेकर लोगो में आक्रोश व्याप्त है।
खैर
भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के विरूद्ध युद्ध अभी शेष है