विद्युत विभाग: विद्युत व्यवस्था में सुधार हेतु अन्य राज्य निगमों में बेहतर कार्यों का होगा अध्ययन:UPPCL में बनी तीन टीमें:पूर्वान्चल टीम कुम्भ-2019 घोटाले के आरोपी के हवाले
वाराणासी/लखनऊ 23 अगस्त: प्रदेश की विद्युत व्यवस्था में गुणात्मक सुधार हेतु देश के अग्रणी वितरण निगमों में बेहतर कार्यों का अध्ययन कर उसे प्रदेश में लागू करनें हेतु विद्युत विभाग की तीन टीमों को भेजा गया।
अच्छे कार्यों का अध्ययन कर अपनी संस्तुति उ0प्र0 पावर कारपोरेशन को सौपेंगी
मुख्य मंत्री एवं ऊर्जा मंत्री की मंशा के अनुरूप प्रदेश की विद्युत व्यवस्था में गुणात्मक सुधार हो रहा है। इस सुधार की प्रक्रिया में और तेजी तथा गुणात्मक परिवर्तन हेतु देश के अग्रणी वितरण निगमों में बेहतर कार्यों का अध्ययन कर उसे प्रदेश में लागू करनें के लिए विद्युत विभाग की तीन टीमों को भेजा गया है। यह टीमें 23 से 25 अगस्त तक गुजरात, मध्य प्रदेश तथा हरियाणा डिस्काम में किये जा रहे अच्छे कार्यों का अध्ययन कर अपनी संस्तुति उ0प्र0 पावर कारपोरेशन को सौपेंगी।
तीन प्रदेशो की वितरण प्रणाली और कार्यो का करेंगे अध्ययन
उ0प्र0 पावर कारापोरेशन अध्यक्ष डा0 आशीष गोयल नें बताया है कि उ0प्र0 पावर कारपोरेशन लि0 की वितरण कम्पनियों द्वारा मीटरिंग, बिलिंग, कलेक्शन एवं वितरण के कार्यों में सुधार हेतु निरन्तर प्रत्यनशील रहते हुये गुणात्मक सुधार किया जा रहा है। पावर फाईनेंस कारपोरेशन द्वारा की जा रही डिस्काम की रेटिंग में देश के अग्रणी राज्यों गुजरात, मध्य प्रदेश तथा हरियाणा के डिस्काम में मीटरिंग, बिलिंग, कलेक्शन एवं वितरण इत्यादि से सम्बन्धित कार्यों का अध्ययन करनें हेतु वरिष्ठ अधिकारियों की तीन टीमों का गठन किया गया है।
पूर्वांचल का नेतृत्व जिम्मा एकरूप तीन स्वरूप कुम्भ-2019 घोटाले के आरोपी को
प्रबन्ध निदेशक (केस्को) सैमुअल पाल के नेतृत्व में 09 सदस्यीय टीम गुजरात गयी है। इसी तरह मध्यांचल डिस्काम के निदेशक वाणिज्य योगेश कुमार के नेतृत्व में आठ सदस्यीय टीम मध्य प्रदेश गयी है, तथा पूर्वांचल डिस्काम के निदेशक वाणिज्य राजेन्द्र प्रसाद के नेतृत्व में हरियाणा जायेगी।
आख्या एक सप्ताह में अध्यक्ष के समक्ष प्रस्तुत करेेंगे
यह टीमें डिस्काम के अन्तर्गत मीटरिंग, बिलिंग कलेक्शन एवं वितरण तन्त्र के विषय में अपनायी जा रही बेस्ट प्रैक्टिसेस का बारीकी से अध्ययन करेगी। जिसमें उपभोक्ताओं की बिलिंग की सम्पूर्ण व्यवस्था, मीटरिंग, राजस्व संग्रहरण किन-किन माध्यमों से किस प्रकार किया जा रहा है, एनर्जी अकाउण्ट बनाने की व्यवस्था, फीडर/डी0टी0 एनर्जी आडिट प्रयोग किये जा रहे विभिन्न एप एवं आई0टी0 सिस्टम ट्रान्सॅफार्मस की क्षतिग्रस्तता एवं उसके मरम्मत किये जाने के सम्बन्ध में, उपभोक्ता की शिकायत अटेण्ड करने की प्रणाली के सम्बन्ध में, कार्मिकों के संवाद एवं संदेश प्रणाली के सम्बन्ध में, अच्छे कार्य करने वाले कार्मिकों की प्रोत्साहन योजना के सम्बन्ध में, डिस्काम रेेटिंग में सुधार लाये जाने के सम्बन्ध में तथा सम्बन्धित तकनीकी एवं इनोवेटिव प्रैक्टिसेस बिन्दु शमिल है। भ्रमण के उपरान्त प्रत्येक टीम अपना प्रेजेंटेशन एवं आख्या एक सप्ताह में अध्यक्ष के समक्ष प्रस्तुत करेेंगे।