विद्युत विभाग: शंभू के राज में सब संभव: जनपद मऊ के मीटर ई०टेडरिंग घोटाले में अहम खुलासा,टोटल फर्जीवाड़ा,अधीक्षण अभियंता का हौसला बुलंद
वाराणसी/मऊ 19 अप्रैल: पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम के शंभू राज में पूरे पूर्वान्चल में भ्रष्टाचार है चरम पर। MD ने मिर्जापुर के ई०टेडरिंग घोटाले से नही लिया सबक। MD का भ्रष्टाचारियों के प्रति दरियादिली से भ्रस्टाचारिओ में हौसले बुलंद । MD के चारो तरफ भ्रस्टाचारिओ का चक्रव्यूह। चक्रव्यूह तोड़ने में विफल होते नजऱ आ रहे MD साहेब।
सूत्र बताते है कि वितरण मंडल मऊ के अधीक्षण अभियंता को कई प्रपत्रों के फर्जी होने थी जानकारी उसके बाद भी सुनियोजित तरीके से टेंडर को किया गया निस्तारित। चहेते के लिए पहले दो बार किया जा चुका था टेंडर निरस्त तीसरी बार किया निस्तारित
अधीक्षण अभियंता, मऊ ने चेयरमैन UPPCL के ई०टेडरिंग से सम्बंधित दिशा निर्देश को भी किया दर किनार
#ज्यादा तर प्रपत्रों के साथ विद्युत सुरक्षा निदेशालय का प्रमाणपत्र निकला कूटरचित
शूत्रो के अनुसार उपभोक्ता की आवाज की खबर के बाद विभाग ने विद्युत सुरक्षा निदेशालय से जानकारी ली तो निदेशालय ने सम्बंदित फार्म को प्रमाणपत्र जारी किये जाने से किया इन्कार,बताया कि अभी प्रकरण है प्रक्रियाधीन
विभागीय शूत्रो के अनुसार ई०टेंडर में अपलोड विद्युत सुरक्षा निदेशालय का प्रमाणपत्र फर्जी निकला है प्रतिस्पर्धी ठेकदारों ने औऱ एक कर्मचारी ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि अधिक्षण अभियन्ता को प्रपत्रों के फर्जी होने की जानकारी थी उसके बावजूद अनुचित लाभ ले कर टेंडर निस्तारित किया। अधीक्षण अभियंता,मऊ कहते देखे जा रहे है कि सब मैनेज हो जाएगा। भ्रष्टाचार में बदनाम ग्रामीण मंडल,वाराणसी के भ्रष्टाचार का दे रहे उदाहरण
MD, पूर्वांचल के कार्यकाल में भ्रष्टाचारियो की पौ-बारह
अभी तक जांच के लिए नही बनी जांच कमेटी।
सारे प्रपत्र जेम-पोर्टल पर मौजूद।
जांच से होगा दूध का दूध और पानी का पानी
डिस्कॉम द्वारा मिर्जापुर के ई०टेडरिंग घोटाले केआरोपियों को भी बचाने की कसरत जारी हैं
#बताते चले ये वही अधीक्षण अभियंता हैं जी प्रयागराज जोन में तैनाती के दौरान भ्रष्टाचार के कई मामलों में सुर्खियों में रहे हैं।
वैसे पैसा बोलता हैं सभी को तौलता हैं
पड़ताल जारी है……
भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध युद्ध अभी शेष है