विद्युत विभाग: साल बाद पूर्वान्चल को मिले निदेशक तकनीकी:चयन के डेढ़ महीने बाद निदेशक तकनीकी ने लिया चार्ज:कुम्भ-2019 घोटाले के आरोपी ने संभाल रखी थी कमान
वाराणसी 9 जनवरी:””””हाले पूर्वान्चल”””””पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम के निदेशक तकनीकी का पद लगभग साल भर खाली रहने के बाद ऊर्जा प्रबंधन के निदेशकों की चयन प्रक्रिया में चयनित निदेशक तकनीकी लगभग 45 दिनों बाद अपना कार्यभार ग्रहण किया। इस दौरान निदेशक तकनीकी का अतिरिक्त कार्यभार पूर्व चेयरमैन के चहेते कुंभ-2019 घोटाले के आरोपी निदेशक वाणिज्य के हाथों में थी।
पूर्वांचल-डिस्कॉम के निदेशक (तकनीकी) जितेंद्र नलवाया ने सोमवार को पदभार किया ग्रहण
निदेशक बनाये जाने के लगभग डेढ़ महीने बाद चार्ज लिया है। काशी पहुंचने पर सबसे पहले उन्होंने बाबा कालभैरव मंदिर में दर्शन पूजन किया। इसके बाद बाबा विश्वनाथ धाम में दर्शन किया। दर्शन पूजन करने में चौक और मैदागिन उपकेंद्र के कई अफसर लगे रहे। इसके पूर्व निदेशक ने प्रबंध निदेशक शंभु कुमार से मुलाकात की। तकनीकी विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों से परिचय प्राप्त किया और कार्यों को समझा। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें मिलकर डिस्कॉम के लिए बेहतर काम करना है। टीम भावना जरूरी है। हर कार्य को आगे बढ़कर करना चाहिए।
एक साल तक बिना निदेशक तकनीकी के रहा पूर्वान्चल
बता दें कि लगभग एक साल बाद शासन ने निदेशक की नियुक्ति की थी। उसके बाद लगभग डेढ़ महीने से निदेशक की कुर्सी खाली चल रही थी। इससे काम भी काफी प्रभावित था।
उल्लेखनीय है कि पूर्वान्चल के निदेशक तकनीकी के दोहरे पद का भार कुम्भ-2019 के घोटाले के आरोपी निदेशक वाणिज्य के पास था।