विद्युत विभाग: 10-12 साल से जमे टेंडर बाबू का मामला पहुँचा MD के दरबार: 20% कमीशन के खेल की खुलती पोल
वाराणासी 20 अगस्त: पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम में टेंडर लेने औऱ देने में कमीशन के खेल की पोल खोलते हुए कार्यालय में तैनात टेंडर बाबू की शिकायत प्रबंध निदेशक से की गई है।
लिपिक की दबंगई के कारनामो का चिट्ठा खोलती फर्म
मामला जौनपुर के अधीक्षण अभियंता, विद्युत वितरण मंडल-प्रथम का है जहाँ पर तैनात लिपिक कामता प्रसाद पर टेंडर लेने,देने और अनुबंध की प्रक्रियाओं में भारी-भरकम कमीशन 20% न देने पर फर्म का अनुबंध नही करने के तमाम गंभीर आरोप लगाते हुए सिंह फर्म के द्वारा प्रबंध निदेशक से शिकायत की है। शिकायत में लिपिक कामता प्रसाद पर यह भी आरोप लागये गए है कि वे पिछले 10 वर्षों से तैनात है, टेंडर की जानकारी लेने पर फार्म औऱ अधिकारियों पर गलत शब्दो का प्रयोग करते है, कामता प्रसाद हमेशा धमकी देते है कि कमीशन लूंगा जिससे भी शिकायत करनी है कर दो कोई कुछ नही कर सकता, टेंडर को लेकर ठेकदारों में आपसी विवाद उत्पन्न करता है, कुछ ठेकदारों के साथ मिलीभगत कर नियमविरुद्ध 50% पर हिस्सेदार ले कर टेंडर देता है।
फर्म ने लिपिक से जान का खतरा बताते हुए उसको हटाने की बात कही है।
वही शिकायत पर उच्चाधिकारियों के आदेश पर अधीक्षण अभियंता ने 2 सदस्यों की समिति बना दी है।
सबको है ख़बर, बने बेख़बर
वैसे पूर्वान्चल में ये आम बात है टेंडर बाबू जैसी मलाईदार कुर्सी पर अधिकतर एक ही बाबू का कई-कई वर्षों से कब्जा है औऱ कमीशन का खेल खुले आम खेला जाता है जिसमे अधिकारी से लेकर तमाम कर्मचारियों का हिस्सा होता हैं,जिन पर टेंडर प्रक्रिया से लेकर भुगतान तक की जम्मेदारी होती है। परन्तु अभी कभी आपसी विवाद में इस भ्रस्टाचार का खुलासा हो जाता है औऱ जाँच की खानापूर्ति करते हुए मामले को निपटा लिया जाता है ऐसे तमाम उदाहरण पूर्वान्चल में देखे जा चुके है।
उपभोक्ता की आवाज की नज़र मामले पर
खबर अभी शेष……………
भ्रष्टाचार पर आवाज उठाइए, नहीं तो लोग मुर्दा समझ लेंगे