सेहत के लिहाज से भी बापू हैं प्रेरणा, वैष्णव भोजन से लेकर मीलों दूर पैदल चलने तक
वाराणसी 2अक्टूबर :Gandhi Jayanti 2023: गांधीजी का जीवन हम सभी के लिए एक प्रेरणा है। चाहे बात एक अनुशासित जीवन जीने की हो या फिर अहिंसा और सत्य की राह पर चलने की, बापू से आप काफी कुछ सीख सकते हैं। अब बात अगर सिर्फ सेहतमंद रहने की करें या फिर उनकी लाइफस्टाइल की करें तो, बापू से आप यहां भी काफी कुछ सीख सकते हैं। जैसे कि उनकी डाइट में ऐसा क्या था कि वो इतने एक्टिव थे। साथ ही उनके सोने, उठने और जागने का समय जो कि ये बताता है कि दिन की शुरुआत अगर सही है तो, आप कैसे मानसिक रूप से मजबूत हो सकते हैं।
गांधीजी की फिटनेस का राज- समय से सोना और जागना
1-गांधीजी की फिटनेस का सबसे राज उनके सोने और जागने के समय में है। दरअसल, आपने अगर अपना बॉडी क्लॉक सेट कर लिया तो आप काफी कुछ कर ले जाएंगे। जैसे कि Gandhiashramsevagram.org की मानें तो गांधी जी सुबह 4 बजे जग जाग जाते थे। साथ ही रात 9 बजे सो जाते
2. वैष्णव भोजन लेना
गांधी जी सुबह 7 बजे नाश्ता कर लेते थे जिसमें वो बिना प्याज लहसुन वाले और बिना तेल मसालों से बना खाना खाते थे। बताया जाता है कि वो खाने में नमक और चीनी की मात्रा बहुत कम लेते थे। उनके खाने में देसी अनाज, फल और मौसमी सब्जियां ज्यादा होती थीं। बापू लंच 11 बजे ले थे और शाम को 5 बजे खाना खा लेते थे।