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पुलिस रेडियो विभाग स्थापना दिवस समारोह पर, मुख्यमंत्री ने जे0सी0 बोस टेक्नोलाॅजी प्रदर्शनी का किया उद्घाटन

लखनऊ1अक्टूबर:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोई भी सम्प्रभु सरकार और राष्ट्र सदैव यह ध्यान रखते हैं कि वे आधुनिक तकनीक और संसाधन में पिछड़ने न पायें। इतिहास इस बात का साक्षी है कि जिस भी फोर्स के पास योग्य प्रशिक्षण, उपकरण और हथियार होते हैं, वह हमेशा विजेता रहता है। आज के समय में भी यह बात उतनी ही महत्वपूर्ण है। पुलिस बल पर आंतरिक सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की बड़ी जिम्मेदारी होती है। पुलिस बल के लिए तकनीक का बहुत महत्व है। सूचना के आदान-प्रदान के साथ ही, महत्वपूर्ण जानकारी लेने, सटीक जानकारी को तत्समय सटीक स्थलों तक पहुंचाने में पुलिस दूरसंचार विभाग की बड़ी भूमिका होती है।
मुख्यमंत्री आज यहां उत्तर प्रदेश पुलिस रेडियो मुख्यालय, लखनऊ में पुलिस रेडियो विभाग स्थापना दिवस समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने जे0सी0 बोस टेक्नोलाॅजी प्रदर्शनी का उद्घाटन तथा अवलोकन किया। मुख्यमंत्री जी को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा सलामी दी गयी। कार्यक्रम में पुलिस रेडियो विभाग की स्थापना से लेकर अब तक की यात्रा पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
मुख्यमंत्री ने पुलिस रेडियो विभाग स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि आज उत्तर प्रदेश के बारे में लोगों की धारणाएं बदली हैं। आज प्रदेश किसी पहचान का मोहताज नहीं है। वर्ष 2019 के प्रयागराज कुम्भ का भव्य, सुव्यवस्थित और सुरक्षित आयोजन देश व दुनिया में कौतुहल और आश्चर्य का विषय बना था। इस आयोजन में पुलिस के कार्य करने के तरीके, पुलिस के व्यवहार तथा पुलिस द्वारा अपनायी गयी तकनीक के परिणाम को सभी ने देखा था। 24 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रयागराज कुम्भ-2019 के माध्यम से बदलते उत्तर प्रदेश को देखा। वे सभी उत्तर प्रदेश के प्रति एक अच्छा संदेश लेकर गए। इस आयोजन में बेहतरीन तालमेल से पुलिस रेडियो विभाग द्वारा उत्कृष्ट कोटि के कार्य किये गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने देश में पहली बार वर्ष 1938 में हरिद्वार कुम्भ के अवसर पर वायरलेस सेट का प्रयोग किया था। उस समय पुलिस ने टेलीकम्युनिकेशन के लिए तीन हाथियों का सहारा लिया था। वर्ष 1938 से यह यात्रा शुरू हुई। आगे चलकर रेडियो मुख्यालय की स्थापना हुई। वर्ष 2019 तक आते-आते हम हाथी से हैण्डसेट तक पहुंच गये। आज मोबाइल के माध्यम से प्रदेश में एक जगह बैठकर सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा सकता है। यह प्रगति यात्रा हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। साथ ही, आमजन में सुरक्षा और विश्वास का माहौल भी पैदा करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम तकनीक से भाग नहीं सकते। समय के अनुरूप प्रशिक्षण के माध्यम से तकनीक को अपनी व्यवस्था का हिस्सा बनाना ही पड़ेगा। यह तकनीक हमारे द्वारा नियन्त्रित हो और समाज के सापेक्ष कार्य करते हुए यह पुलिस रेडियो विभाग को निरन्तर आगे बढ़ाती रहे, यह आज की आवश्यकता है। तीन दिवसीय स्थापना दिवस के इस कार्यक्रम में पुलिस रेडियो विभाग द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी में पुराने समय के सभी सेट्स को प्रदर्शित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे कार्मिकों का प्रशिक्षण अच्छा होना चाहिए तभी अच्छे परिणाम आयेंगे। कार्मिकों को अत्याधुनिक उपकरण, अच्छे संसाधन तथा अच्छी व्यवस्थाएं उपलब्ध करायी जानी चाहिए। सभी पुलिस लाइन तथा पी0ए0सी0 वाहिनियों में अपने इतिहास को प्रदर्शित करने वाला एक संग्रहालय होना चाहिए, जिसके माध्यम से हमारी वर्तमान पीढ़ी, विशेष कर स्कूली बच्चों को अपनी विकास यात्रा के बारे में बताया जाना चाहिए। हमें पुलिस के पुराने साधनों तथा हथियारों को इस म्यूजियम में प्रदर्शित करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे सामने नई चुनौतियां हैं। वर्ष 2017 में हमारी सरकार के गठन के समय प्रदेश के दो जनपदों लखनऊ व गौतमबुद्धनगर में ही साइबर थाने थे। आज प्रदेश के सभी जनपदों में साइबर थानों की स्थापना की स्वीकृति दी जा चुकी है। उन्होंने समस्त 75 जनपदों में साइबर थानों की शीघ्र स्थापना के निर्देश देते हुए कहा कि सभी जनपदों के लिए मास्टर ट्रेनर की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही, सभी थानों में साइबर हेल्प डेस्क की स्थापना भी हो जाए।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद प्रयागराज तथा सीतापुर में उत्तर प्रदेश से बाहर के एक गिरोह द्वारा लूट की घटना के खुलासे का उल्लेख करते हुए कहा कि तकनीक का उपयोग करते हुए अपराध को नियन्त्रित किया जा सकता है। अगर हमारे पास तकनीक नहीं होती और हमनें समय के अनुरूप अपने को तैयार नहीं किया होता, तो यह लुटेरे पकड़े नहीं जाते और किसी अन्य जगह बड़ी घटना को अंजाम देते। तकनीक के प्रयोग तथा पुलिस की सजगता से तीन दिन में ही दोनों मामले खुल गये। हमें सदैव तकनीक के साथ चलना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज आर्टिफिशियल इन्टेलीजेंस (ए0आई0) के माध्यम से बड़े से बड़े आयोजन को सफलता के साथ सम्पन्न किया जा सकता है। प्रयागराज कुम्भ-2019 इसका उदाहरण है। आने वाले समय में बड़े से बड़े आयोजन को ए0आई0 के माध्यम से सम्पन्न किया जा सकेगा। प्रदेश में लगभग 04 करोड़ श्रद्धालु कांवड़ यात्रा का हिस्सा बनते हैं। यह कांवड़ यात्रा शान्तिपूर्ण व सुरक्षित तरीके से सम्पन्न हुई है, यह सभी ने देखा है। उत्तर प्रदेश रेडियो पुलिस ने इस यात्रा में नये प्रयोग भी किये। आज आवश्यकता है कि हम समय के अनुरूप चलें।
मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त किया कि पुलिस रेडियो विभाग का तीन दिवसीय स्थापना दिवस कार्यक्रम रेडियो विभाग के सभी कार्मिकों को आधुनिक तकनीक की जानकारी देने में सफल होगा। हम सभी समय से दो कदम आगे बढ़कर स्वयं को तैयार करेंगे, तो उत्तर प्रदेश पुलिस के गौरव को बढ़ाने के साथ ही, राज्य के परसेप्शन को और बेहतर करने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, पुलिस महानिदेशक विजय कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना संजय प्रसाद, स्पेशल डी0जी0 कानून व्यवस्था प्रशान्त कुमार, डी0जी0 टेलिकाॅम संजय एम0 तरडे, पुलिस रेडियो विभाग के निदेशक सुनील कुमार सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तथा पुलिस रेडियो विभाग के कार्मिक उपस्थित थे।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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