पूर्वांचल विधुत वितरण निगम अभियन्ता व अवर अभियन्ता द्वारा जारी सविनय अवज्ञा/असहयोग आन्दोलन आज 12वें दिन भी जबरदस्त विरोध प्रदर्शन
ऊर्जा निगमों में औद्योगिक शान्ति एवं बेहतर उपभोक्ता सेवा के लिए मा0 मुख्यमंत्री जी एवं मा0 ऊर्जा मंत्री जी से हस्तक्षेप की अपील
वाराणसी31मार्च:उप्र के ऊर्जा निगमों में शीर्ष स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार तथा प्रबन्धन द्वारा तानाशाहीपूर्ण ढंग से अन्याय व उत्पीड़न किये जाने के विरोध में विगत 11 दिन से सभी ऊर्जा निगमों के अभियन्ता व अवर अभियन्ता द्वारा जारी सविनय अवज्ञा/असहयोग आन्दोलन आज 12वें दिन भी जारी रहा जिसमें वाराणसी में प्रबंध निदेशक कार्यालय पर विरोध सभा कर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया गया । संगठनों ने आंदोलन को और तेज करने तथा आगामी 04, 05 एवं 06 अप्रैल को सभी जूनियर इंजीनियरों एवं अभियन्ताओं द्वारा सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर जाने की घोषणा पर विभिन्न बैठकें कर रणनीति तय कर रहे है। इस क्रम में प्रार्थना पत्रों को एकत्र किये जाने का सिलसिला जारी है।
संघर्ष समिति द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार यदि अभियंताओं व जूनियर इंजीनियरों को 4,5 व 6 अप्रैल को सामूहिक अवकाश पर जाने हेतु बाध्य होना पड़ा तो ऐसी स्थिति में अन्य संवर्ग के बिजली कर्मचारी, अभियंता व जूनियर इंजीनियर के लिए निर्धारित कोई कार्य नहीं करेंगे। यदि उक्त आंदोलन के कारण किसी भी अभियंता, जूनियर इंजीनियर व कर्मचारी का कोई भी उत्पीड़न किया गया तो समस्त कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर व अभियंता बिना कोई सूचना दिए सीधी कार्यवाही करने हेतु बाध्य होंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी।
क्षेत्रीय सचिव जगदीश पटेल ने बताया कि वर्तमान उच्च ऊर्जा प्रबन्धन के कुप्रबन्धन के कारण वर्ष 2021-22 में लगभग 350 करोड़ के विद्युत उत्पादन का भारी नुकशान हुआ है। जिसके सभी साक्ष्य मौजूद हैं। मौजूदा समय में जेनेरेशन लॉस होना प्रदेश की जनता पर बड़ा वित्तीय भार है जो एक गम्भीर विषय है।
केंद्रीय उप महासचिव इं नीरज बिंद ने बताया कि शीर्ष प्रबंधन के कुप्रबंधन के कारण वर्तमान में डिस्कॉम में मीटर की भारी किल्लत हो गई है | पूरे पूर्वांचल डिस्कॉम में झटपट पोर्टल पर मीटर ना होने के कारण लगभग 6000 नए कनेक्शन के आवेदन लंबित है, जिसमें से लगभग 2000 कनेक्शन एक माह से भी अधिक समय से लंबित है | इस तरह से उपभोक्ताओं के मध्य विभाग की छवि खराब करने का कुत्सित प्रयास कर रहा है |
अभियंता संघ के उपाध्यक्ष इं चन्द्रशेखर चौरसिया ने कहा कि यदि समस्याओं के निस्तारण हेतु सार्थक कार्यवाही न हुई तो सविनय अवज्ञा आन्दोलन एवं प्रबन्धन के साथ पूर्ण असहयोग के क्रम में आगामी 04, 05 एवं 06 अप्रैल 2022 को घोषित सामूहिक अवकाश हेतु बाध्य होना पड़ेगा जिसके लिए बड़े पैमाने पर आवेदन एकत्र हो रहे हैं जिन्हें जल्द ही प्रबन्धन को सौंपा जायेगा। उ0प्र0 के ऊर्जा निगमों के प्रबन्धन द्वारा ईआरपी प्रणाली खरीद एवं बिजली क्रय करने में उच्च स्तर पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। ईआरपी प्रणाली पर अरबों रूपये खर्च करने के बाद भी विभागीय कार्यप्रणाली अनुरूप नहीं है, ना तो इसका समुचित प्रशिक्षण दिया गया है और न ही इसके क्रियान्वयन हेतु आवश्यक मूलभूत इंफ्रास्ट्रक्चर एवं मैन पावर दी गयी है। इसके बावजूद निजी कम्पनी द्वारा कारपोरेशन को दिये गये सॉफ्टवेयर के अनुरूप ही दबाव डालकर अभियन्ताओं को कार्य करने हेतु बाध्य किया जा रहा है। इसी प्रकार मा0 मुख्यमंत्री के आदेशों की अवहेलना करते हुए प्रबन्धन द्वारा बिलिंग एजेन्सियों पर कोई कार्यवाही नहीं की गयी।
पदाधिकारियों ने आगे बताया कि ऊर्जा निगमों में विद्युत उत्पादन एवं विद्युत आपूर्ति के लिए आवश्यक न्यूनतम मैन, मनी, मैटीरियल उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने में ऊर्जा निगम प्रबन्धन पूर्ण रूप से विफल रहा है एवं अपनी विफलता छुपाने के लिए व संसाधनों की मांग करने वालों व विरोध करने वालों पर दण्डात्मक कार्यवाही की जा रही है। इससे जहां प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप सबको बिजली हरदम बिजली के लक्ष्य को पूर्ण कर पाने में बिजली कर्मियों को काफी दिक्कतें आ रही हैं वहीं दूसरी ओर ऊर्जा निगमों में भययुक्त वातावरण एवं नकारात्मक कार्य प्रणाली स्थापित हो रही है। यह न तो प्रदेश हित में है और न ही ऊर्जा निगमों के हित में है।
उप्र के बिजली अभियन्ताओं एवं जूनियर इंजीनियरों ने प्रदेश में मा0 योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व वाली नई सरकार के ऊर्जा मंत्री मा. ए के शर्मा जी से प्रदेश की जनता को बेहतर उपभोक्ता सेवा एवं सुचारू विद्युत आपूर्ति प्रदान करने हेतु ऊर्जा निगमों में व्याप्त नकारात्मक, दण्डात्मक, उत्पीड़नात्मक कार्य प्रणाली को समाप्त कर मनोबल बढ़ाने वाली प्रोत्साहनात्मक व स्वस्थ कार्य प्रणाली प्रदान करने हेतु सार्थक हस्तक्षेप किये जाने की अपील की है।
आज वाराणसी में हुई विरोध सभा में मुख्यत इं अविनाश, इं नीरज बिंद, इं चन्द्रशेखर चौरसिया, इं जगदीश पटेल, इं रत्नेश भारती, इं सुनील कुमार यादव, इं गुलाब, इं मनोज कुमार, इं सुनील, इं चंद्रेश उपाध्याय, इं बी के सिंह, इं सर्वेश विश्वकर्मा, इं प्रमोद गुप्ता, इं भारत भूषण, इं शिवेंद्र, इं शैलेन्द्र, इं उपेन्द्र, इं जफर, इं प्रमोद, इं प्रकाश देव, इं राहुल गुप्ता, इं रोहन, इं आशीष, इं संतोष, इं कृष्णा, इं अम्बर, इं शशि, इं रवि आनंद, इं अरविंद यादव, इं निर्भय कुमार सिंह इत्यादि उपस्थित रहे |