वाह रे उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन में अवैध रूप से नियुक्त बडकऊ ने पाला 200 करोड का सफेद हाथी
लखनऊ 12 दिसम्बर :आज के अखबारो के मुख्य पृष्ठ पर एक खबर बडेबडे अक्षरो मे छपी है कि उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने स्मार्ट मीटर को धीमा करने वाले एक बडे गिरोह को गिरफ्तार किया है । वैसे खबर तो बडी थी इसमे कोई शक नही जैसे जैसे नयी नयी तकनीक उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन मे अवैध रूप से नियुक्त बडका बाबू ला रहे है वैसे वैसे लाइन लास बढता जा रहा है यानि ज्यो ज्यो दवा की गयी मर्ज बढता गया और इसी मर्ज से छुटकारे के लिए अवैध रूप से नियुक्त बडका बाबू ने उत्तर प्रदेश मे एन्टी थरप्रट थानो का गठन किया था जिसका काम विद्युत चोरी रोकना व राज्स्व वसूली करना , मुकदमो की विवेचना करना आदि था इस सफेद हाथी पर सिर्फ वेतन का खर्च लगभग 200 करोड है बाकी अफिस खर्च गाडियो के ईधन का खर्च वो अलग लेकिन इस सफेद हाथी मे तैनात कर्मचारी ही विद्युत चोरी रोकने मे असफल है यह मै नही कह रहा दैनिक अखबार के मुख्य पृष्ठ पर छपी खबर कह रही है कि स्पेशल टास्क फोर्स ने मीटर धीमा करने वाला एक गिरोह पकडा वो भी लखनऊ मे जहाँ बडकऊ के साथ साथ उनके पूछ जैसी लम्बी फौज बैठी है जबकि बिजली चोरी रोकने के नाम पर 25000 करोड के तो सिर्फ मीटर ही खरीदे जा रहे है और तार का रूपये अलग लेकिन चोरी है कि रुकने का नाम भी नही ले रही यह सफेद हाथी सिर्फ गरीबो को तंग करने के लिए है एक बडी फौज रोजाना हजारो रूपये का ईंधन खर्च कर के अपनी जेबे भरती है थानो की तर्ज पर यहाँ पर तैनाती के लिए खूब चलता है चादी का जूता जिसका जूता जितना वजनदार हुआ कुर्सी उसी को मिलती है कई अधिकारी उत्तर प्रदेश की स्थानांतरण नीति की धज्जिया उडाते हुए यहाँ सालो से जमे हुए है उनके राज मे कई बडका बाबू आऐ और चले गये लेकिन वो जहाँ थे वही जमे रहे कोई उनको हिला ना सका बडकऊ तो सिर्फ अभियन्ताओ के पीछे पडे रहते है दिन रात आखो मे तेल डाल कर हाथ मे तेल से भीगा डंडा ले कर रोज विडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सब पर नजर रखते है लेकिन इन्होने जिन थानो खोले थे उन पर कभी नजर ही नही डालते । इनकी पूछ तो अपने आप को कानून से ऊपर समझती है । खैर वो मुद्दा बाद मे
युद्ध अभी शेष है