विद्युत विभाग:ऊर्जामंत्री से चेयरमैन की मनमानियों पर रोक लागये जाने की गुहार:31 जुलाई को मिलेगी संघर्ष समिति: वार्षिक वेतनवृद्धि न लगने से बिजलिकर्मियो में भारी रोष
वाराणासी 25 जुलाई:चेयरमैन औऱ संघर्ष समिति के टकराव के कारण हिचकोले खाते बिजली विभाग में चेयरमैन के द्वारा अभियंताओ/बिजलिकर्मियो पर हो रही लगातार उत्पीड़नात्मक कार्यवाही जारी रहने के कारण आज संघर्ष समिति के पदाधिकारियों की ऑनलाइन बैठक हुई।
दिनांक-19.03.23 को मा० ऊर्जामंत्री के स्पष्ट निर्देश कि निष्कासित किये गए निविदा/संविदा कर्मियों को बहाल करने, निलम्बित कर्मचारियो का निलंबन वापस लेने, आंदोलन के दौरान की गई FIR वापस लेने का पालन चेयरमैन के द्वारा न किये जाने और लगातार बिजलिकर्मियो पर हो रहे शोषण पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई।
वार्षिक वेतनवृद्धि रोके जाने से बिजलिकर्मियो में भारी रोष
संघर्ष समिति द्वारा मा०ऊर्जामंत्री जी से पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया कि आप के दिये गए निर्देश का पालन नही किया गया बल्की इसके विपरीत चेयरमैन के द्वारा आन्दोलन की अवधि का वेतन काट कर्मचारियो की सेवा में व्यवधान माने जाने के आदेश जारी किया जा रहा है/कर दिये गये है।
चेयरमैन की गलत नीति,तकनीकी कार्य करेंगे गैर तकनीकी लोग:विभाग को होता वित्तीय नुकशान:विद्युत दुर्घटना बढ़ने की प्रबल संभावना
वही चेयरमैन के द्वारा अनुभवी निविदा/संविदा कर्मचारियो को हटा कर कई गुना अधिक के वेतन पर सैनिक कल्याण निगम से अकुशल लोगों को रखा जा रहा है जो प्रदेश में किसी भी प्रकार से निरंतर विद्युत आपूर्ति बनाये रखने के हित मे नही है अकुशल लोग से तकनीकी काम लिए जाने से प्रदेश में विद्युत दुर्घटनाओं के बढ़ने की प्रबल संभावना हो गई है इसलिए निविदा/संविदाकर्मियों को हटा कर सैनिक कल्याण निगम से रखे जाने के आदेश को निरस्त कराये जाने का अनुरोध किया है।
ऊर्जामंत्री से निगम हित मे प्रभावी हस्तक्षेप की अपील
पत्र के माध्यम से संघर्ष समिति ने मा०ऊर्जामंत्री जी से अनुरोध किया कि प्रभावी हस्तक्षेप करने की कृपा करें औऱ चेयरमैन को निर्देश दे कि आप के द्वारा दिनांक-19.03.23 को दिये गए का पालन सुनिश्चित करें जिससे समस्त बिजली कर्मी पूर्ण मनोयोग से मा०मुख्यमंत्री के निर्देशों क़े अनुरूप निर्बाध विद्युत आपूर्ति में लगे रहे।
दिनांक-31.07.23 को संघर्ष समिति का प्रतिनिधि मंदक इस संबंध में मा० ऊर्जामंत्री से मिलने जाएगा।