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उ0प्र0 स्टेट इन्स्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज हेतु शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक के 131 पदों का सृजन

लखनऊ25नवंबर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पुलिस की विवेचना मे वैज्ञानिक साक्ष्यो का अधिकाधिक समावेश किये जाने आदि के प्रयास गम्भीरता से किये जा रहे है। इसी कड़ी में लखनऊ में बनने वाले ‘‘उत्तर प्रदेश स्टेट इन्स्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज’’ के संचालन हेतु शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक पदों के सृजन का निर्णय लिया गया है। यू0पी0 स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज की स्थापना का मुख्य उद्देश्य बेहतर पुलिसिंग, अपराध नियत्रंण एवं फॉरेंसिक साइंसेज के क्षेत्र में क्षमता निर्माण तथा वैज्ञानिक संस्थाओं के प्रति जागरूकता तथा वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास करना है।

इसमे अध्ययन के अलावा पुलिस, अभियोजन, फॅारेंसिक वैज्ञानिक एवं न्यायिक अधिकारीगण को प्रशिक्षण भी प्रदान किया जायेगा जिससे हमारे प्रदेश के पुलिस एवं न्याय विभाग के अधिकारियों की व्यवसायिक दक्षता मे वृद्धि होगी तथा न्यायालय के कार्यो में सुगमता होगी। अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने उक्त जानकारी देते हुये बताया कि इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया गया है। उन्होने बताया कि शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक संवर्ग के कुल 131 पदों का सृजन शासन द्वारा किया गया है। इन पदों पर प्रतिनियुक्ति के आधार पर तथा सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्तियां की जायेगी। उत्तर प्रदेश स्टेट इन्स्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज के संचालन हेतु निदेशक, अतिरिक्त निदेशक, प्रशासनिक अधिकारी, वित्त अधिकारी, पुस्तकालय सहायक, लेखाधिकारी, एकाउन्टेन्ट, कैम्पस सुपरवाइजर व सुरक्षा अधिकारी हेतु एक-एक पद सृजित किया गया है। शासनादेश के अनुसार उप निदेशक, सहायक लेखाधिकारी, कम्प्यूटर प्रोग्रामर के 2-2 पद भी सृजित किये गये हैं।

इसके अलावा असिस्टेंट रजिस्ट्रार के 5, प्रोफेसर के 3, एसोसिएट प्रोफेसर के 6, असिस्टेंट प्रोफेसर के 16, वैज्ञानिक अधिकारी के 5, वैज्ञानिक सहायक के 6, वरिष्ठ सहायक के 8, कनिष्ठ सहायक के 16, प्रयोगशाला सहायक के 14, स्टैनों के 4, कम्प्यूटर ऑपरेटर के 3, रिकार्ड कीपर के 4 पदों का सृजन किया गया है। इन पदों पर प्रतिनियुक्ति के आधार पर तथा सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्तियां की जायेगी। सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्ति किये जाने हेतु एन0एफ0एस0यू0 गॉधीनगर, गुजरात के मानक के आधार पर शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक संवर्ग की नियमावली तैयार करते हुये कार्यवाही की जायेगी। शासनादेश में यह भी कहा गया है कि इसके अलावा चतुर्थ श्रेणी के 20 पद व वाहन चालक के 6 पद भी सृजित किये गये है जिन्हे आउटसोर्स के माध्यम से भरा जायेगा। उल्लेखनीय है कि ’’यूपी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फारेसिंक साइंसेज लखनऊ’ का 50 एकड़ भूमि पर ग्राम पीपरसण्ड परगना बिजनौर तहसील सरोजनी नगर, लखनऊ में निर्माण किया जा रहा है जिसमे से लगभग 5 एकड़ भूमि पर ‘‘सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस’’ की स्थापना होगी। इसका शिलान्यास विगत पहली अप्रैल 2021 को गृह मंत्री भारत सरकार अमित शाह द्वारा किया गया था। डीएनए विश्लेषण के क्षेत्र में स्थापित किये जाने वाला यह सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस अपने आप में देश में अनूठा होगा।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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