आखिर हुआ खबर का असर,पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के अधिशासी अभियंता सुनील कुमार गुप्ता बर्खास्त
वाराणसी 4 दिसंबर :पूर्वांचल विधुत वितरण निगम आखिर पूर्व प्रबंध निदेशक के खास भ्रष्टाचारी चिपकू ने ले ही ली एक अभियन्ता की बलि फस गये छत पर गुपचुप हस्ताक्षर करना भारी पड गया गुप्ता जी को चली गयी नौकरी मलाई खाई किसी ने और नौकरी गयी गुप्ता जी । घर बैठे बिजली उपकरणों के खरीद में क्वालिटी परखने और जांच की रिपोर्ट लगाने के आरोप में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में तैनात अधिशासी अभियंता को उ प्र पावर कार्पोरेशन के चेयरमैन एम देवराज बर्खास्त कर दिया वैसे इस घोटाले की खबर समय का उपभोक्त समाचार पत्र द्वारा ही प्रकाशित की गयी थी जिसको कि पावर कार्पोरेशन के अध्यक्ष ने संज्ञान मे लिया । आरोप की जांच मे गुप्ता जी पहले सस्पेंड रहे थे और जांच चल रही थी सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के अनुसार इसी तरह के मामले में लगभग आधा दर्जन अभियंताओ की भी जांच की जा रही है जो क्वालिटी की जांच में संदिग्ध है अब वो भी प्रबन्धन के रडार पर है । वैसे यह तो मामला छोटा था लेकिन सजा जल्द दे दी गयी लेकिन दक्षिणाचल विद्युत वितरण निगम मे 2012 मे हुए 50 करोड के परिवर्तक घोटाले मे आरोपी अध्यक्ष अभियन्ता संघ के ऊपर कार्यवाही ना होना इस बात को दर्शाता है कि कार्पोरेशन मे अगर आप नेता है तो लूट की छूट है और कार्वाही दशको तक नही होगी अगर कार्पोरेशन मे आपका कोई माई बाप नही तो तुरन्त पुरन्त मे कार्यवाही कर के आपको बाहर निकाल दिया जाएगा वाह रे बडका बाबू वाह इस सब से यह तो प्रतीत होता है कि पावर कार्पोरेशन की सबसे बडी कुर्सी पर अवैध रूप से बडका बाबू की विशेष भ्रष्टाचारी अध्यक्ष के ऊपर विषेश कृपा है वैसे इस कृपा पर हमारी नजर बराबर बनी हुई है कि आज तक किस वजह से कृपा है क्या बडका बाबू को भी तो भ्रष्टाचारी वाला शौक तो नही लग गया । खैर
युद्ध अभी शेष है