एक झलक

काला धन छुपाने के लिए अतीक अहमद ने राजमिस्त्री को बना दिया करोड़पति

लखनऊ 6 नवम्बर :माफिया अतीक अहमद ने अपराध से अर्जित काली कमाई खपाने के लिए 200 रुपये दिहाड़ी के राजमिस्त्री को करोड़ों की जमीन का मालिक बना दिया। जबरन बुलाकर उसके नाम रजिस्ट्री करा दी। यह भी कहा कि वह जब भी कहेगा, जमीन उसके नाम करना होगा। धमकाया भी कि इस बारे में कहीं भी मुंह खोला तो जान से जाओगे। यह खुलासा खुद माफिया की बेनामी संपत्ति के मालिक राजमिस्त्री ने किया है।

हूबलाल लालापुर के मानपुर गांव का रहने वाला है। उसने पुलिस को बताया कि 2015 में जब इस संपत्ति का बैनामा हुआ, तब वह 200 रुपये की दिहाड़ी पर काम करता था। उन दिनों वह अपने गांव के धीरेंद्र सिंह के घर पर काम कर रहा था। धीरेंद्र ने उसे राशिद पुत्र हारून निवासी खेडुआ, पिपरी कौशाम्बी से कराई जो अतीक के गुर्गे असद कालिया का मामा था। इसके बाद राशिद ने उसे असद कालिया से मिलवाया। इसके बाद असद उसे अतीक अहमद के घर ले गए। वहां जमीन के मालिक पहले से मौजूद थे।

वहां अतीक ने कहा था कि जमीन के मालिक अनुसूचित जाति के हैं, ऐसे में वह उनकी जमीन अपने नाम से नहीं खरीद सकता। इसलिए इनकी जमीन का बैनामा वह उसके नाम कराएगा। डराया भी कि इस बैनामे का जिक्र कहीं भी किया तो जान से मारे जाओगे। हूबलाल ने पुलिस को बताया कि यही वजह थी कि वह चुप रहा। अतीक की मौत के बाद उसमें हिम्मत जगी और फिर उसने पुलिस से संपर्क कर इस बैनामे के बारे में जानकारी दी।

16 थी विक्रेताओं की संख्या, नकद में दी थी रकम

हूबलाल ने पुलिस को बताया कि कुल 16 आराजी की लगभग 25 बीघा जमीन का बैनामा अतीक ने उसके नाम कराया था। इन सभी 16 विक्रेताओं को अतीक ने नकद में पैसा दिया था। सूत्रों के मुताबिक, इस संबंध में मानपुर गांव निवासी धीरेंद्र सिंह व राशिद निवासी पिपरी से भी पूछताछ की गई। जिस पर उन्होंने हूबलाल को असद कालिया से मिलवाने और फिर अतीक अहमद के घर ले जाने की बात बताई।

बीपीएल कार्ड धारक है हूबलाल

हूबलाल ने पुलिस को यह भी बताया कि वह बीपीएल कार्ड धारक है। उसकी पत्नी कमला देवी के नाम से राशन कार्ड बना है। पिता के नाम से छह बिस्वा जमीन थी जो तीन भाइयों में बराबर बांटी गई। इस तरह से वह सिर्फ दो बिस्वा पैतृक जमीन का मालिक है। उसने यह भी बयान किया कि उसकी आर्थिक स्थिति कभी ऐसी नहीं रही कि वह करोड़ों की संपत्ति खरीद सके।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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