पूर्वांचल

काशी के संत महंथो के सानिध्य में गंगा पूजन संग श्रीगणेश हुआ “अभियान पवित्र काशी” का

अन्तर्ग्रही परिक्रमा क्षेत्र में पांच कोस के क्षेत्र में मांस मदिरा प्रतिबंधित करने की मांग

वाराणसी 07अगस्त :विaश्व की प्राचीन नगरी ,शिव नगरी और देश की सांस्कृतिक राजधानी काशी में हो रहे पापाचार के दृष्टिगत मांस मदिरा पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर मुखर आगमन संस्था एवम ब्रह्म सेना द्वारा आज रविवार को दशाश्वमेध घाट पर गंगा एवं नंदी पूजन संग “अभियान पवित्र काशी” का शुभारंभ किया गया।
मोक्ष नगरी एवं सप्तपुरियो में श्रेष्ठ काशी में मांस,मदिरा के बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर रविवार को ब्रह्म मुहूर्त में काशी के दशाश्वमेध घाट पर अभियान “पवित्र काशी” का शंखनाद किया गया। अभियान की शुरुआत का आगाज राम मंदिर कश्मीरीगंज के 11 बटुको द्वारा मंगलाचरण और. शंखनाद के पश्चात् मां गंगा का षोडषोचार पूजन एवं आरती की गयी तदुपरांत शिव प्रतीक नंदी (सांड) का प्रतीकात्मक पूजन अर्चन किया गया। शास्त्रीय विधि से पूजन अर्चन के बाद वहां मौजुद अतिथियों से अभियान से जुड़ा गूगल “समर्थन पत्र ” भरवाया गया।
मुख्य अतिथि स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा की आगमन संस्था एवं ब्रह्म सेना द्वारा आरंभ किए गए इस पवित्र काशी अभियान का हम पूर्ण रूप से समर्थन करते है ,पूरा संत समाज इस अभियान को गति देते हुए काशी को मांस, मदिरा से मुक्त करने का काम करेगा। विशिष्ठ अतिथि पं किशोरी रमण दुबे बाबू महाराज ने मांस और मदिरा को स्वस्थ समाज के लिए सही नहीं बताते हुए कहा कि आदिविशेश्वर की नगरी काशी में इसे पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करना चाहिए। धर्म की नगरी में अधर्म को बढ़ावा देने वाले किसी भी सामग्री को अब काशी के गरिमा के विपरीत है। आगमन की अध्यक्ष रूचि दीक्षित ने कहा कि संस्था का यह अभियान आज की आवश्यकता है जिसे देर से ही सही सरकार को संज्ञान में लेते हुए इस मुद्दे पर निर्णय लेना चाहिए ब्रह्म सेना अध्यक्ष डाक्टर गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने कहा की जब हरिद्वार,मथुरा जैसे तीर्थ स्थलों पर मांस ,मदिरा प्रतिबंधित है तो फिर सप्तपुरियों में से एक मोक्ष नगरी काशी में क्यों नहीं ?

आयोजन में मुख्य रूप से स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ,महंथ शंकर पूरी , अन्नपूर्णा मंदिर, प्रोo चंद्रमौली उपाध्याय प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य, पं किशोरी रमण दुबे बाबू महाराज ,अभियान संयोजक डॉo संतोष ओझा, डाक्टर गिरीश चंद्र त्रिपाठी, रूचि दीक्षित, रचना श्रीवास्तव दिनेश शंकर दुबे ,रामभरत शास्त्री, राहुल गुप्ता,लव तिवारी, मनोज पाण्डेय, विनोद तिवारी, विकाश त्रिपाठी, सुमित चौहान , जितेंद्र, राज कृष्ण गुप्ता, शिवकुमार, सन्नी कुमार, सोभनाथ ,राजेश शुक्ला,आदित्य रैना, शालिनी श्रीवास्तव, मोहित श्रीवास्तव और मोहित पाण्डेय, समेत कई मौजूद रहे।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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