दीक्षित मंत्र से किया बाबा की चल रजत प्रतिमा का पूजन
वाराणसी6नवम्बर:काशी के सभी छोटे-बड़े देवालयों में अन्नकूट का पर्व परंपरागत ढंग से मनाया गया। देवालयों में मिष्ठानों और पकवानों से सजाई गई अद्दभुत झांकियों के दर्शन को लोग उमड़ पड़े। आस्थावानों के लिए मुख्य केंद्र काशी विश्वनाथ मंदिर रहा। काशी विश्वनाथ मंदिर में अन्नकूट विधान पूर्वक हुआ। परंपरा के अनुसार टेढ़ीनीम स्थित महंत आवास से ले जाकर भगवान शिव की रजत चल प्रतिमा गर्भगृह में प्रतिष्ठत की गई। नाटकोट क्षत्रम् के पारंपरिक वाद्ययंत्रों की गूंज के बीच बाबा की चल रजत प्रतिमा विश्वनाथ मंदिर ले जाई गई। वहां गर्भगृह में प्रतिमा प्रतिष्ठित करने के उपरांत महंत डा. कुलपति तिवारी ने दीक्षित मंत्र से बाबा का पूजन किया। सायंकाल बाबा की चल रजत प्रतिमा पुन: महंत आवास पहुंचा दी गई। उसके बाद अन्नकूट की झांकी के दर्शन भक्तों को मिले। बाबा काशी विश्वनाथ को 11 कुंतल मिष्ठान्न का भोग लगाया गया। इस मौके पर मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी डा. कौशल राज शर्मा, मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।