पूर्वांचल विधुत वितरण निगम के बस्ती जोन में बने27पोल की अवैध लाइन के साक्ष्य मिटाने की तैयारी शुरू
वाराणसी29मई:पूर्वांचल विधुत वितरण निगम के बस्ती जोन में केंद्र सरकार की योजना की सामग्री का उपयोग कर कॉलोनाइजर को फायदा पहुचाने की नीयत से तैयार की गई लाइन का मामला सार्वजनिक होने एवं बस्ती जोन के मुख्य अभियंता द्वारा बस्ती के अधीक्षण अभियंता रहते हुए मामले की जांच रिपोर्ट डिस्कॉम को देर से एवं गलत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का खुलासा होने के बाद से ही हड़कम मचा हुआ है,जिसका जीत जागता उदाहरण आज बस्ती जोन में देखने को मिला इस अवैध लाइन के निर्मित करने के मास्टरमाइंड यानी बस्ती सर्किल के अधीक्षण अभियंता जिनको इन दिनों अनुभवहीन बड़केबाबु द्वारा मुख्य अभियंता बनाकर मिर्जापुर जोन में तैनात किया है।रवीवार को अवकाश के दिन बस्ती सर्किल में पूरे दिन कार्यालय को खुलवा कर फाइलों में काम करते देखा गया सूत्र बताते है कि अवैध लाइन निर्माण करने में सहयोगियों के साथ खुद को बचाने के लिए पूरे दिन कार्यालय खोलकर कागजी आकड़ो की बाजीगरी का खेल करते रहे ।
मंत्री के आदेश की धज्जियां उड़ाते मिर्जापुर से बस्ती में नजर आए मुख्य अभियंता मिर्जापुर
आश्चर्य की बात है कि बस्ती के अवैध लाइन के प्रकरण में जिस प्रकार अधीक्षण अभियंता नाम खुलकर सामने आया है जिन्हें प्रबन्ध द्वारा इस भ्र्ष्टाचार के लिए इनाम के तौर पर प्रमोशन देकर मिर्जापुर जोन का मुख्य अभियंता बनाए जाने के बाद शायद प्रदेश के ऊर्जामंत्री ए०के०शर्मा के आदेश की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं क्योंकि मंत्री जी का स्पष्ट आदेश है कि24घण्टे अधिकारी फोन उठाए और अपना हेडक्वाटर न छोड़े इस सम्बंध में देर रात निदेशक वाणिज्य से फोन पर सम्पर्क करने की कोशिश की गई पर फोन न उठने के कारण यह स्पष्ट नही हो पाया कि जनाब मिर्जापुर मुख्यालय छोड़ने के पूर्व क्या अपने वरिष्ठ अधिकारी से अनुमति लिया है? या ईआरपी पर अपनी छुट्टी का आवेदन दिया है या नही?या चांदी के जूते से मुँह सुजाने का किया उपयोग?
वैसे विभगिय सूत्र बताते हैं कि बस्ती घोटाले के मास्टरमाइंड ने इस तरह की कोई सूचना अपने वरिष्ठ को नही दी है पर अब देखना है कि मास्टरमाइंड के विरुद्ध इस गलती के लिए पूर्वांचल के बड़केबाबू क्या करते हैं।खैर
भ्र्ष्टाचार के विरुद्ध युद्ध अभी शेष है