बसंत पंचमी नजदीक आते ही, काशी में सरस्वती प्रतिभाओं को अन्तिम रूप देने में जुटे मूर्तिकार
वाराणसी10फ़रवरी :विद्या व ज्ञान की देवी, मां सरस्वती का पर्व वसंत पंचमी नजदीक है। ऐसे में मूर्तिकार विद्या व ज्ञान की देवी मां सरस्वती की प्रतिमाओं को आकार देने में जुट गए हैं। वक्त के साथ सामान महंगा होने की वजह से मूर्तियां भी महंगी हो गई हैं। इसके बावजूद आर्डर की कोई कमी नहीं है। कारीगर समय से पहले आर्डर पूरा करने के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं।
मूर्तिकार उदय पॉल ने बताया कि सरस्वती पूजा की तैयारी में जुटे हैं। मूर्तियों के रेट डिजाइन के हिसाब से अलग-अलग हैं। ज्यादार ट्रेडिशनल डिजाइन की मांग रहती है। कुछ प्रतिमाएं आर्किटेक्चरल डिजाइन वाली भी होती हैं। बताया कि सामान महंगा होने की वजह से प्रतिमाएं भी महंगी हुई हैं। समय कम है और काम बहुत ज्यादा है। इसलिए कारीगर पूरी लगन और मेहनत से मूर्तियों को बनाने में जुटे हुए हैं।
रूपशा बोस ने बताया कि बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती हैं। उस दिन मां को बिना अन्न ग्रहण किए पुष्पांजलि अर्पित करते हैं। उनके सामने कलाकार, लेखक आदि आराधना करते हैं। पेन, घुंघरू, पुस्तक आदि मां के चरणों में समर्पित किया जाता है। बसंत पंचमी के दिन सभी लोग मां के रंग में रंग जाते हैं।और ज़्यादातर लोग पीले वस्त्र धारण करते हैं