पूर्वांचल

मंडलायुक्त की अध्यक्षता में रेलवे रूट डायवर्जन की बैठक सम्पन्न,यार्ड रिमाडलिंग का कार्य चार फेज में 01 सितम्बर से शुरू होकर 15 अक्तूबर तक चलेगा

वाराणसी 1 सितंबर :मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में कैंट रेलवे स्टेशन पर आज से शुरू हो रहे यार्ड रिमाडलिंग के कार्यों के संबंध में बैठक आयोजित हुई। बैठक के दौरान स्टेशन अधीक्षक गौरव दीक्षित ने बताया कि इस दौरान ट्रेनों के आवागमन को लोहता, शिवपुर, काशी व मंडुआडीह स्टेशन से संचालित किया जायेगा।     मंडलायुक्त ने संबंधित विभागों जिसमें नगर निगम को उचित साफ-सफाई, सड़कों की मरम्मत, स्ट्रीट लाइटिंग, अतिक्रमण, कूड़ा उठान, गंदगी, पार्किंग, पीने के पानी आदि की उचित व्यवस्था करने, लोकनिर्माण विभाग को सभी तीनों स्टेशनों से संबंधित सड़कों की मरम्मत करने, परिवहन विभाग को ऑटो रिक्शा, इ-रिक्शा, बसों के सुचारू परिचालन सभी की विधिवत व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने जीआरपी को यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया।
गौरतलब है कि यार्ड रिमाडलिंग का कार्य 01 सितंबर से शुरू होकर 15 अक्तूबर कुल 45 दिन तक चलेगा जिसमें कुल 4 फेज में निर्माण व मरम्मत किये जायेंगे। प्रथम फेज 01 से 10 सितंबर होगा जिसमें प्लेटफॉर्म 3, द्वितीय फेज 11 से 19सितंबर तक होगा जिसमें प्लेटफॉर्म 6,7 व 8 का सरेंडर किया जाएगा, 20 सितंबर से 05 अक्तूबर तक गुड्स लाइन और अंतिम फेज 06 से 15 अक्तूबर तक चलेंगे जिसमें बृहद स्तर पर प्लेटफॉर्म का सरेंडर किया जायेगा तथा कार्य को अंतिम रूप दिया जायेगा।
स्टेशन अधीक्षक गौरव दीक्षित ने बताया कि इससे पहले यार्ड रिमाडलिंग का कार्य 1994 में हुआ था। यार्ड रिमाडलिंग का कार्य पूरा होने पर वर्तमान के 9 प्लेटफॉर्म की तुलना में 11 प्लेटफॉर्म हो जायेंगे। वर्तमान में 3 फुल लेंथ प्लेटफॉर्म हैं रिमाडलिंग के बाद सभी 11 प्लेटफॉर्म फुल लेंथ के हो जाएंगे जिससे की गाड़ियों को आउटर में रोकने की समस्या से निजात मिलेगी। रनिंग लाइंस 12 हो जायेंगी तथा प्लेटफॉर्म की चौड़ाई भी बढ़ाई जाएगी।
बैठक में एडीआरएम लालजी, अपर पुलिस आयुक्त वाराणसी कमिश्नरेट एस चिनप्पा, जिलाधिकारी एस राजलिंगम, एडीएम सिटी, एडीसीपी ट्रैफिक प्रबल प्रताप सिंह समेत नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस, जीआरपी, लोकनिर्माण, परिवहन विभाग के अधिकारी गण उपस्थित रहे।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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