राज्य विधुत परिषद के नेताजी को ट्वीट करना पड़ सकता है भारी, लटकी कार्यवाही की तलवार
लखनऊ17जुलाई: राज्य विद्युत परिषद जूनियर संगठन उत्तर प्रदेश के केंद्रीय महासचिव जय प्रकाश का ट्वीट उनके लिए मुसीबत का शबाब बनता दिख रहा है। चौक खंड के विक्टोरिया बिजली उपकेंद्र में तैनात जय प्रकाश ने श्रीलंका की घटनाओं का हवाला देते हुए शक्ति भवन पर कब्जा करने की बात ट्वीट की। इस कारण उनके खिलाफ कार्रवाई की तलवार लटक रही है। मध्यांचल प्रबंध निदेशक भवानी सिंह खंगारोत ने जयप्रकाश को आरोप पत्र निर्गत किया है। एक दो दिन में इनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई तय है। उधर, मुख्य अभियंता अनिल तिवारी ने ट्वीट को गलत बताया है। केंद्रीय महासचिव ने ट्वीट में लिखा है कि जैसे श्रीलंका में भारी महंगाई एवं आर्थिक संकट के खिलाफ आम जनमानस की लड़ाई, राष्ट्रपति भागे, जिसके बाद राष्ट्रपति भवन पर कब्जा हो गया और प्रधानमंत्री र ने इस्तीफा दे दिया है। कुछ ऐसा ही उत्तर प्रदेश ऊर्जा निगमों में भी चल रहा है। किसी भी दिन ऊर्जा विभाग में चल रहे अन्याय एवं ऊर्जा संकट के खिलाफ जनता और सभी कार्मिक संवर्ग मिलकर सातवें तल पर ऐसा ही कब्जा कर सकते है। इस ट्वीट को उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष ने गंभीरता से लिया है।
ट्वीट पर दी सफाई
ई.जय प्रकाश अभी तक लखनऊ में ही निर्माण इकाई में कार्यरत थे। कुछ दिनों पहले ही उनको विक्टोरिया बिजली उपकेंद्र का एसडीओ बनाकर भेजा गया है। उधर, केंद्रीय महासचिव जय प्रकाश ने बताया कि उनके द्वारा किए गए ट्वीट का गलत अर्थ निकाला जा रहा है। प्रबंधन अभियंताओं की समस्याओं के लिए समय नहीं निकाल रहा है। ट्वीट करने के पीछे किसी की भावनाओं को आहत पहुंचाने का उद्देश्य नहीं है।