वाह रे पूर्वांचल विधुत वितरण निगम,भ्रष्टाचारी अधीक्षण अभियंता के विरुद्ध अभियंताओ ने खोला मोर्चा
वाराणसी 25 दिसम्बर: प्रधान मंत्री का क्षेत्र होने के कारण सुर्खियों में रहने वाले वाराणसी का पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम और उसकी कार्यशैली पर लगते भ्रष्टाचार के आरोप यह तो जैसे आम बात हो गयी है परन्तु वर्तमान में जब UPPCL के बड़केबाबू भ्रष्टाचार के विरुद्ध नंगी तलवार भाजने की मुद्रा में काम कर रहे हो ठीक उसी वक्त पूर्वांचल के आजमगढ़ जोन के अधीक्षण अभियंता पर खुद उसी विभाग के अवर अभियंताओ द्वरा गम्भीर भ्रष्टाचार के आरोपो का लगना बड़केबाबू की कार्यशैली को जूता मारता नजर आ रहा है वैसे सवाल तो बहुत है परन्तु क्या डिस्कॉम प्रबन्धन शायद बाजीगरी के आकड़ो और रोज रोज होती बड़केबाबू की वीडियो कांफ्रेंसिंग में व्यस्त हैं तब तो यह सवाल उठना लाजमी है कि क्यों आजमगढ़ जोन जिसके अधीक्षण अभियंता के विरुद्ध संविदाकर्मियों की भर्ती से लेकर खुद अवर अभियंताओ से वसूली करने जैसे गम्भीरआरोप स्वयं उनके अधीन तैनात अवर अभियंता लगा रहे है तो यह कहना अतिशोक्त नही होगा कि मामला एक दिन का नही है और यह घटना काफी गम्भीर है इस घटना से साफ प्रतीत होता है कि मामला लम्बे समय से चल आ रहा है अगर इसकी खबर प्रबन्धन को क्यो नही लगी क्या जिम्मेदार अधिकारी घोड़े बेच कर सो रहे हैं जिसकी वजह से आज अवर अभियंताओ को भ्रष्टाचार में सराबोर आतंकवादी रूपी अधीक्षण अभियंता के भ्रष्टाचार के विरुद्ध सामूहिक मोर्चा खोलते हुए प्रबन्धन को पत्र लिखकर अवगत कराते हुए चेतावनी तक देने की नौबत आ गयी।
परन्तु अब देखना यह है कि मामले मे त्वरित कार्यवाही होती है या फिर वही कछुवा जांच कमेटी का गठन कर मामले ठंडे बस्ते में डाले की कार्यवाही होती है । खैर