विद्युत मजदूर संगठन के हुए दो फाड़, अब असली अध्यक्ष कौन
लखनऊ 09 अगस्त: उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन द्वारा लगातार भ्रष्टाचार पर हो रही कार्यवाही से जहाँ एक ओर सभी विभागीय संगठन अपने वजूद को बचा पाने असफल होते नजर आ रहे हैं वही प्रबंधन की गोद में बैठ कर खेलने वाले *विद्युत मजदूर संगठन उ प्र के दो फाड़ होने की खबरे सामने आ रही है जिसमे संगठन के अध्यक्ष आर एस राय पर संगठन की संपत्ति को हड़पने के आरोप एव संगठन विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने के कारण प्राथमिकी सदस्यता निष्कासित करने का कार्यालय ज्ञाप जारी किया गया है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है
इस सम्बंध में जब संगठन के मीडिया प्रभारी से बात की गाई तो उन्होंने संगठन में सम्पत्ति विवाद को लेकर उठे विवाद की बात को स्वीकार करते हुए कहा कि विगत दिनों केन्द्रीय कार्यकारणी की बैठक में एक बार पुनः आर एस राय को सर्वसम्मत नेता चुन लिया गया है परन्तु एक बात तो साफ है कि *बिजली मजदूर संगठन में सम्पत्ति को लेकर उठे विवाद से आने वाले दिनों में जल्द फैसला होना होगा कि असली अध्यक्ष कौन है यह तय होना टेढ़ी खीर नजर आती है । वैसे जो भी उप श्रम आयुक्त के कार्यक्रम मे रजिस्टर अध्यक्ष होगा जीत उसी की होगी यह बात तो शीशे की तरह साफ है क्यो कि NGO की जो बात मीडिया प्रभारी हमारे संवादाता बता रहे थे कि श्री आर एस राय साहब ने एक 9 सदस्यी कमेटी बना कर एक NGO के नाम सारी सम्पत्ति कर दी है क्या संगठन के बायलाज मे किसी भी NGO को मान्यता देने का वर्णन है आगर ऐसा है तो ठीक वर्ना सभी को देदी गयी एक लालीपाप चूसने को । खैर
युद्ध अभी शेष