विद्युत विभाग:ऊर्जामंत्री की हिदायतो का नही कोई असर: गलत बिलिंग रोकने में प्रबंधन नाकाम:बांटे 8 लाख फर्जी बिजली बिल:OTS योजना पर पड़ता प्रभाव:उपभोक्ता होता परेशान
वाराणसी 7 दिसंबर:””””””””””निज़ाम बदला पर इंतजाम नही””””””””””उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन में निजाम बदलने के बाद भी उपभोक्ताओं की समस्याओं औऱ परेशानियां कम होती नज़र नही आ रही हैं।
समीक्षा बैठकों औऱ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का दौर जारी
जंहा एक औऱ उपभोक्ताओं की परेशानियो को कम करने औऱ विभाग की शेहत सुधारने के लिए तमाम योजनाएं लाई गई औऱ सुबह से शाम तक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग औऱ समीक्षा बैठकों के बाद भी धरातल पर हर योजना का फेल होते रहना चाहे वे KYC, विभाग आप के द्वार,प्रति माह बिलिंग आदि इसके बावजूद पूर्वान्चल निगम में अब लगभग 8 लाख फर्जी बिजली बिल उपभोक्ताओं को बांट दिये।
पूर्वान्चल की कहानी वैसी ही पुरानी
पूर्वान्चल प्रबंधन की बिलिंग एजेंसी के प्रतिनिधियों से बैठक,पत्राचार एव बिलिंग एजेंसी को मीटर बेस रीडिंग की तमाम हिदायत के बावजूद बिलिंग कार्य का संतोषजनक न होना प्रबंधन औऱ बिलिंग एजेंसी के बीच समन्वय को दर्शाता है।
महीने में तीन गुना बढ़ी रीडिंग डिफेक्टिव बिलों की संख्या
अनुभवहीन और कुम्भ घोटाले के आरोपी निदेशक द्वारा खराब बिलिंग के विपरीत बिलिंग एजेंसियों के बिल ससमय भुगतान करने एवं निगम की लोटिया डुबाने और अपनी तिजोरी भरने में भ्र्ष्टाचार का झंडा बुलंद करने वाले जिम्मेदार निदेशक की कार्य प्रणाली का खामियाजा अब पूर्वान्चल के उपभोक्ताओं औऱ खण्डीय कार्यालयो के अधिकारी औऱ कर्मचारियो को उठाना पड़ रहा है।
लाख बिजली बिल बंटे वाराणसी, जौनपुर, चंदौली और गाजीपुर में
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के 21 जिलों में पिछले तीन महीने के दौरान 7 लाख 97 हजार 70 उपभोक्ताओं को फर्जी बिल बांट दिए गए। इनमें वाराणसी जोन के वाराणसी, जौनपुर, चंदौली और गाजीपुर जिलों के 1.46 लाख उपभोक्ता भी शामिल हैं। ये बिल दो से लेकर 10 किलोवॉट वाले उपभोक्ताओं के हैं।
बिल सुधरवाने के लिए उपभोक्ता लगा रहे चक्कर:बिलिंग एजेंसी के रीडरों ने घर बैठे ही ले ली रीडिंग
अधिकारियों और बिलिंग एजेंसी के मीटर रीडरों की मनमानी से तीन महीने में आरडीएफ (रीडिंग डिफेक्टिव) बिलों की संख्या तीन गुना बढ़ गई। अब उपभोक्ता बिल सुधरवाने के लिए डिवीजन से लेकर उपकेंद्रों का चक्कर लगा रहे हैं। इस वजह से ज्यादातर लोग बिल जमा करने से कतरा भी रहे हैं।
ओटीएस पर भी असरःबिल सुधारे या OTS पंजीकरण करे
पूर्वाचल-डिस्कॉम से आरडीएफ बिल रिपोर्ट मिलने पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। सभी उन बिलों को सही कर अपनी-अपनी जान बचाने में लगे हैं। उपभोक्ताओं को बिल सुधारने का मैसेज भेजा जा रहा है। इस फर्जी बिलिंग का ओटीएस योजना पर बहुत असर पड़ा है।
आरडीएफ रिपोर्ट जारी होने पर अधिकारियों में मचा हड़कंप:पूर्वान्चल मुखिया नाराज
आरडीएफ बिलों को ठीक करने व लापरवाह अफसरों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। इतनी भारी संख्या में आइडीएफ बिल वितरण पर पूर्वान्चल मुखिया शंभु कुमार आईएएस ने गहरी नाराजगी जताई है। रीडिंग डिफेक्टिव केस जीरो न होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। साथ ही बिलिंग एजेंसी को मीटर बेस रीडिंग की हिदायत दी है।
प्रबंधन की नाकामियो का ठीकरा
वैसे नाकामियो की गाज के लिए एक दूसरे पर टोपी पहनाने का दौर जारी है कोई निलंबित हो रहा है तो कइयों को कारण बताओ नोटिस थमाई जा रही है। जिसमे निचले स्तर से अवर अभियंता, कार्यालय सहायक औऱ तकनीशियन शामिल है।