विद्युत विभाग:पहला प्री-पेड स्मार्ट मीटर बाबा विश्वनाथ धाम के नाम:डिस्कॉम प्रबंधन के बीच चल रहा गहन विचार-विमर्श
वाराणसी 13 फरवरी :पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम में विवादों से घिरी फोर-जी प्री-पेड स्मार्ट मीटर योजना को धरातल पर उतारने का पुरजोर प्रयास किया जा रहा है। लाख जतन के बाद भी जनवरी में मीटर लगाने की योजना पर पानी फिर गया। अब जिम्मेदार अधिकारी फरवरी से इसकी शुरुआत करने का दावा कर रहे हैं।
पूर्वांचल-डिस्कॉम प्रबंधन के बीच चल रहा गहन विचार-विमर्श:20 से 21 लाख रुपये बाबा धाम का हर महीने आता है बिल
बताया जाता है कि लगभग 2 हजार 726 करोड़ की इस योजना का शुभारंभ बाबा विश्वनाथ धाम से करने की योजना है। यानि बाबा धाम में पहला प्री-पेड स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा। डिस्कॉम-प्रबंधन इस पर गहन विचार विमर्श कर रहा है। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी शंभु कुमार के समक्ष इस बाबत सुझाव भी दिये गए हैं। अन्य सरकारी कार्यालयों में मीटर लगाने की बात सामने आ रही है। हालांकि, इस पर अबतक किसी तरह का निर्णय नहीं लिया गया है। बाबा विश्वनाथ धाम का वर्तमान में बिजली बिल लगभग 20 से 21 लाख रुपये आ रहा है। गर्मी में खपत बढ़ने से बिल बढ़ जाता है।
विवादों में घिरी स्मार्ट मीटर योजना को धरातल पर उतारने का दावा
वहीं, प्री-प्रेड स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर सर्वे की प्रक्रिया में तेजी आई है। दावा है कि अबतक 80 हाईटेंशन लाइन (11 केवी) और लगभग 200 वितरण ट्रांसफार्मर का सर्वे पूरा हो चुका है। बची लाइन और ट्रांसफार्मर का सर्वें भी शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद टैगिंग की प्रक्रिया शुरू होगी।
बड़ी कमी सामने आने पर मामला अटका है
बता दें कि फोर-जी प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने के लिए लगाने के लिए पूर्वांचल के 30 शहरी डिवीजनों को चिह्नित किया गया है। इनमें वाराणसी-आजमगढ़ जोन में 11, प्रयागराज-मिर्जापुर जोन में 10 तथा गोरखपुर-बस्ती जोन में 09 डिवीजन हैं। इन डिवीजनों में सबसे अधिक बिजली चोरी होती है। कार्यदायी एजेंसी जेएमएआर की ओर से पहले चरण में 25000 मीटर लगाए जाएंगे। दूसरे चरण में 75000 और तीसरे चरण में 1.15 लाख मीटर लगने हैं। फोर-जी प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का जिम्मा जेएमआर कंपनी को मिला है। टेंडर और एग्रीमेंट की प्रक्रिया पूरी हो गई। बड़ी कमी सामने आने पर मामला अटका है।