विद्युत विभाग:बिजली कर्मचारियो ने शीर्ष प्रबंधन को दिखायी अपनी एकजुटता,चाल दुरंगी नीति फिरंगी के विरुद्ध निर्णायक संघर्ष का फूंका बिगुल,बिजली उद्योग को बचाने का संकल्प
वाराणसी 17 नवंबर:ऊर्जा निगमों के शीर्ष के विरोध एवं कर्मियों की न्यायोचित समस्याओं के समाधान हेतु आज बिजलीकर्मियों ने केन्द्रीय संघर्ष समिति के बैनर तले शक्ति भवन मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया सामूहिक सत्याग्रह एवं विरोध प्रदर्शन कर शीर्ष प्रबंधन द्वारा समस्याओं के निस्तारण हेतु एव संवाद किये जाने के प्रति गम्भीर नहीं होने के आरोपो के साथ सार्थक निराकरण न होने पर 29 नवम्बर से होगा अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार बिजली कर्मियों की न्यायोचित समस्याओं के समाधान हेतु सरकार व प्रबन्धन के ध्यानाकर्षण करने के लिए कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के प्रान्तीय कार्यकारिणी के सभी सदस्यों द्वारा विशाल शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया।
चेयरमैन के तानाशाही औऱ स्वेक्षाचारी कार्य प्रणाली औऱ ज्वलंत समस्याओं के निराकरण न होने पर लिया संघर्ष का निर्णय
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने निगमों में भय के नकारात्मक कार्यप्रणाली एव भ्रष्ट नीतियों के कारण ऊर्जा निगमों को हो घाटे को रोकने एवं ऊर्जा निगमों में उत्पन्न किए गए वातावरण को समाप्त कराने हेतु,बिजली कर्मियों की वर्षो से न्यायोचित समस्याओं के समाधान के प्रति प्रबंधन द्वारा नकारात्मक रवैया अपनाये जाने के कारण,कुछ भी सार्थक कार्यवाही न होने से संघर्ष समिति ने सरकार व ऊर्जा प्रबंधन के विरुद्ध लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्ण ढंग से आन्दोलन किए जाने के निर्णय के क्रम में आज शक्ति मुख्यालय लखनऊ पर विशाल शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया जिसमें हजारों बिजली अभियंता जूनियर इंजीनियर व बिजली कर्मचारी सम्मिलित हुए । ऊर्जा निगमों की हठवादी व नकारात्मक रवैये के कारण ही 27 अक्टूबर को दी गयी नोटिस पर संघर्ष समिति से ऊर्जा के शीर्ष प्रबन्धन द्वारा कोई भी बात नहीं की गयी है जो बिजलीकर्मियों के प्रति उनकी उदासीनता दर्शाता है।
जनप्रतिनिधियों को देंगे ज्ञापन,29 नवंबर से अनिश्चितकालीन कार्य वहिष्कार
ऊर्जा निगमों में शीर्ष प्रबन्धन स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार एवं नकारात्मक कार्य प्रणाली को उजागर करने हेतु प्रदेश भर के माननीय जनप्रतिनिधियों को 22 नवम्बर 2022 से ज्ञापन सौपा जायेगा। 28 नवम्बर 2022 सायं 05:00 बजे समस्त जनपद / परियोजना मुख्यालयों पर मशाल जुलूस कार्यक्रम व 29 नवम्बर 2022 को प्रातः 08 बजे से सभी ऊर्जा निगमों के समस्त कर्मचारी व अभियन्ता अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करेंगे।
संघर्ष समिति की प्रमुख मांगे
बिजली कर्मचारियों, अवर अभियन्ताओं व अभियन्ताओं की मुख्य भागों में सभी बिजली कर्मियों की पूर्व की भाति 09 वर्ष कुल 14 वर्ष एवं कुल 19 वर्ष की सेवा के उपरान्त 03 पदोन्नत पदों के समयबद्ध वेतनमान दिये जायें, निर्धारित चयन प्रक्रिया के अन्तर्गत चेयरमैन, प्रबन्ध निदेशकों व निदेशकों के पदों पर चयन किया जाये, सभी बिजली कर्मियों को कैशलेस इलाज की सुविधा प्रदान की जाये, ट्रांसफार्मर वर्कशॉप के निजीकरण के आदेश वापस लिए जाये तथा 765/400 / 220 केवी विद्युत उपकेन्द्रों को आउटसोर्सिग के माध्यम से चलाने का निर्णय रद किया जाये, पारेषण में जारी निजीकरण प्रक्रिया निरस्त की जाये, आगरा फ्रेंचाईजी व ग्रेटर नोएडा का निजीकरण रद्द किया जाये ऊर्जा कर्मियों की सुरक्षा हेतु पावर सेक्टर इम्प्लॉइज प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाये, तेलंगाना, पंजाब, दिल्ली व उड़ीसा सरकार के आदेश की भांति ऊर्जा निगमों के समस्त संविदा कर्मियों को नियमित किया जाये। बाह्य सेवा प्रदाता द्वारा संविदा कर्मियों के ई०पी०एफ० भुगतान में किये गये घोटाले की उच्च स्तरीय जांच की जाये एवं घोटाले की धनराशि वाा सेवा प्रदाता से वसूल की जाये। सभी ऊर्जा निगमों का एकीकरण कर लि का गठन किया जाये, केन्द्र के सार्वजनिक उपक्रमों की तरह प्रदेश के ऊर्जा निगमों में भत्तों का पुनरीक्षण किया जाये तथा उत्पादन निगम में अप्रैल 2020 से रूके हुए उत्पादन प्रोत्साहन भत्ता को बहाल किया जाये. रियायती बिजली की सुविधा पूर्ववत जारी रखी जाये, बिजली कर्मियों को कई वर्षों से लम्बित बोनस का भुगतान किया जाये तथा एवं फिजूलखर्ची रोकने हेतु लगभग 25 हजार करोड़ के मीटर खरीद के आदेश रद्द किये जायें व कर्मचारियों की वेतन विसंगतियां दूर की जाये।
परियोजनाओं औऱ डिस्कॉम मुख्यालय पर भी तय कार्यक्रम के तहत 12 बजे से 2 बजे तक किया सत्याग्रह
सत्याग्रह में मुख्यरूप में राजीव सिंह, प्रभात सिंह, जितेन्द्र सिंह गुर्जर, जीबी पटेल, जय प्रकाश, गिरीश पांडेय, सदरुद्दीन राना, मायाशंकर तवारी, ज़नाब सुहेल आबिद, पी के दीक्षित, शशिकान्त श्रीवास्तव, चन्द्र भूषण उपाध्याय, डीके मिश्रा, मो इलियास, महेन्द्र राय, केशर सिंह रावत पी. एन तिवारी, मो वसीम, सुनील प्रकाश पाल, विशम्भर सिंह, राम सहारे वर्मा, प्रेम नाथ राय, सनाउल्लाह, पी एस बाजपेयी जी पी सिंह, ए के श्रीवास्तव, शम्भू रत्न दीक्षित, भगवान मिश्र, पवन श्रीवास्तव, रफीक अहमद, के पी सिंह, आर के सिंह, दीपक चक्रवर्ती, जवाहरलाल, मोहम्मद इलियास, चन्द्रशेखर, जयशंकर, रणबीर सिंह, आलोक कुमार, अजय द्विवेदी, अंकुर, सौरभ सिंह यादव, गौरव ओझा, सागर शर्मा समेत सैकड़ो की संख्या में बिजली कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर और अभियन्ता उपस्थित रहे।