विद्युत विभाग:माननीय उच्चन्यायालय की कड़ी टिप्पणी के बाद याद आये नियम:न्याय की पंचायत में खुली मनमानियों की पोल:जारी किया आवश्यक आदेश/निर्देश
वाराणासी 16 अगस्त: उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन में विगत 2-3 वर्षों से भ्रष्टाचार औऱ अनियमितता के मामले में बड़े पैमाने पर पूर्व चेयरमैन एम०देवराज के द्वारा निलंबन,बर्खास्तगी, पदावनत की कार्यवाहियों में विभागीय विनियमावली के नियमो को दर-किनार करने पर माननीय उच्चन्यायालय के द्वारा एक मामले में की गई टिप्पणी औऱ पूर्व चेयरमैन एम०देवराज को व्यक्तिगत रूप में एवं चेयरमैन, UPPCL को तलब किये जाने के बाद जागे उच्च प्रबंधन ने इस मामले में निर्देश सभी निगमो को जारी किये है।
सभी ने पूर्व चेयरमैन की मनमानियों औऱ उत्पीड़न को किया नजरअंदाज
उल्लेखनीय है कि पूर्व चेयरमैन की मनमानियों औऱ उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों के विरुद्घ संघर्ष समिति के अलावा तमाम कर्मचारी संघठनो ने मुख्यमंत्री,ऊर्जामंत्री से लेकर अपर मुख्य सचिव,ऊर्जा तक गुहार लगाई थी परन्तु संघठनो की गुहार पर किसी भी स्तर से ध्यान नही दिया गया बल्कि उल्टा पूर्व चेयरमैन की मनमानी/उत्पीड़न बढ़ता गया जिसके परिणामस्वरूप मजबूर हो कर बिजलीकर्मचारी संघर्ष समिति के नेतृत्व में आन्दोलित हुए,ऊर्जामंत्री की पहल पर आन्दोलित बिजलीकर्मचारियो ने आंदोलन वापस लेने पर ऊर्जामंत्री के पूर्व चेयरमैन को निर्देश कि आंदोलन के समय विभाग द्वारा की गई कार्यवाहियों को वापस लिया जायेगा। पर पूर्व चैयरमैन की हठधर्मिता ने ऊर्जामंत्री के आदेश/निर्देश को भी दर-किनार कर दिया। संघर्ष समिति एवं बिजलीकर्मचारियों औऱ ऊर्जामंत्री के बीच कई बार इस मामले में पंचायत हुई पर नतीजा नही निकल सका, जिसकी वजह से बिजली विभाग में चारो तरफ हताशा औऱ निराशा का माहौल व्याप्त हो गया।
न्याय की बड़ी पंचायत में बिजलीकर्मचारीयो को जगी न्याय की उम्मीद
माननीय उच्चन्यायालय की बर्खास्तगी के एक मामले में क़ी गई टिप्पणी के बाद अब UPPCL में मनमानी कार्यवाहियों पर विराम लगेगा। न्याय की बड़ी पंचायत में सवाल उठाने औऱ विभागीय स्थाई अधिवक्ता के अवगत कराये जाने कि बिजली निगमो के द्वारा जारी शास्ति आदेशो के विरुद्ध न्यायालय में दाखिल याचिकाओं में यह प्रश्न उठाया जा रहा है कि विभागीय जांच के प्रकरणों में विनियमावली के नियम-7 का पालन नही किया जा रहा है,के बाद वर्तमान चेयरमैन हरक़त में आये औऱ विनियमावली के नियम-7 के समस्त प्रावधानों का जांच प्रक्रिया में पालन किये जाने हेतु दिनांक-14.08.23 को विस्तृत निर्देश सभी निगमो के प्रबंध निदेशकों को जारी किए है। जबकी माननीय उच्चन्यायालय के द्वारा उच्च प्रबंधन की मनमानी कार्यवाहियों पर टिप्पणी की गई है न की निगमो के प्रबंधन पर।
उल्लेखनीय है कि माननीय उच्चन्यायालय ने इसी मामले में दिनांक-18.08.23 को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है जिसमे एम०देवराज को व्यक्तिगत औऱ UPPCL चेयरमैन को तलब किया है।