विद्युत विभाग:राजस्व वसूली में फ़िसड्डी पूर्वांचल,समस्त जोनों का माह दर माह वसूली का गिरता ग्राफ,अभियंताओ ने कहा निदेशक,वाणिज्य का है सारा खेल,पूर्वांचल को बदनाम करने की साज़िश
वाराणसी 02 फ़रवरी:UPPCL के द्वारा वित्तीय वर्ष 22-23 के निर्धारित राजस्व वसूली के लक्ष्य की प्राप्ति के सापेक्ष की गई राजस्व वसूली में Kesko ने बाजी मार कर पहला स्थान प्राप्त किया वही पर पूर्वांचल के राजाबाबू कहे जाने वाले निदेशक, वाणिज्य के नेतृत्व में पूर्वांचल ने चौथा स्थान प्राप्त कर फिसड्डी का तमगा हासिल किया।
पूर्वांचल के सभी जोनों का हर माह वसूली का गिरता ग्राफ
पूर्वांचल के वाणिज्यिक पैरामीटर्स पर निदेशक,वाणिज्य के फेल होने की कहानी के बीच पूर्वांचल के सारे जोनों की भी राजस्व वसूली का ग्राफ माह दर माह गिरता रहा जिसके परिणाम में पूर्वांचल नीचे से दुसरे नंबर का तमगा हासिल किया।
पूर्वांचल के राजस्व वसूली में फेल होने के कारणों के बारे में पिछले अंक में विस्तार से निदेशक, वाणिज्य की भूमिकाओं एव कार्यशैली के बारे में पाठकों को विस्तार से अवगत कराया जा चुका है कि किस तरह से जनाब ने निदेशक,वाणिज्य की कुर्सी हासिल करने के साथ चेयरमैन के आंखों का तारा बनने का सफ़र तय किया।
अभियंताओं का आरोप,जानबूझ कर वसूली कम दिखाई गई,निदेशक,वाणिज्य ने नही भेज सही आकड़ा ,होते नंबर एक पर
निदेशक,वाणिज्य का वाणिज्यिक पैरामीटर्स पर फेल हो जाने के बावजूद औऱ मलाई के शौकीन औऱ आराम परस्त होने के बाद भी अभियन्ता ने अपने वाणिज्यिक पैरामीटर्स को पूरा करते हुए निष्ठापूर्वक जम कर राजस्व वसूली की औऱ रुपया भी ट्रान्सफर किया परन्तु निदेशक,वाणिज्य द्वारा तमाम खंडों का सही आकड़ा कारपोरेशन मुख्यालय भेज ही नही जिसकी जानकारी MD PUVVNL GROUP पर दिन प्रति दिन निदेशक,वाणिज्य को दी जाती रही उसके बाद भी निदेशक,वाणिज्य ने वसूली का ज्यादातर राजस्व के हिसाब में गड़बड़झाला है।
पूर्वांचल के अभियंताओ को बदनाम करने की साजिश
अनेको अभियंताओं ने नाम न उजागर करने की शर्त पर अभियंताओ का कहना है कि निदेशक,वाणिज्य अगर ईमानदारी से वसूली के डाटा कारपोरेशन मुख्यालय भेजते तो पूर्वांचल पहले नंबर पर होता। उनका कहना है की लगता है कि निदेशक,वाणिज्य औऱ शीर्ष प्रबंधन के साथ मिल कर पूर्वांचल के अभियंताओ को बदनाम करने का षड्यंत्र किया है नही तो निदेशक,वाणिज्य समस्त खंडों का वसूली राजस्व सही डाटा भेज देते रोकने का औऱ भूल चूक का कोई मतलब ही नही है औऱ गलत फंडिंग भेजने पर चेयरमैन द्वारा कई कार्यवाही न करना दोनों की मिलीभगत को दर्शाता है।
अभियंताओ का कहना है कि पिछले दिनों चेयरमैन की तानाशाही, मनमानी औऱ स्वेक्षाचारी रवैये के साथ गलत नीतिओ के खिलाफ हुए आंदोलन के आगाज औऱ अंजाम में पूर्वांचल के अधिकारियो/कर्मचारियो की जबरदस्त भागीदारी का बदला लेने के लिए पूर्वांचल को बदनाम कर सरकार के सामने अधिकारियो औऱ कर्मचारियो को निकम्मा दिखाना चाहते है।