विद्युत विभाग:वित्तीय व्यवस्था के केंद्रीकृत नीति के फेल होने के बाद हुआ वित्तीय व्यवस्था का विकेंद्रीकरण: डामाडोल वितरण खण्डों को मिला सहारा:जिम्मेदार कौन?
वाराणासी 25 जुलाई: उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन में वित्तीय व्यवस्था को केंद्रीकृत कर ऊर्जा प्रबंधन ने ERP सिस्टम विभाग में लागू किया। जिसकी वजह से खण्डों को ओ०एंड०एम० मद में अपने स्तर से कार्य करने हेतु ख़र्च की जाने वाली राशि पर रोक लग गई औऱ निगम स्तर पर प्रति माह 5 करोड़ कारपोरेशन ने आवंटित किया। अब वितरण खण्डों को चलाने के लिए निगमों से सामने हाथ फैलाने की नौबत आने से दिन पर दिन वितरण खण्डों की सेहत ख़राब होने लगी सब कुछ राम भरोसे चलने लगा। केंद्रीकृत वित्तीय व्यवस्था के होने का खामियाजा यह हुआ कि वितरण खण्डों कागज़ पेन के मोहताज़ हो गए।
देर आये दुरुस्त आये:मनमानी नीति से विभाग हुआ डामडोल
पिछले दिनों चेयरमैन द्वारा ERP पर अनुरक्षण के दौरान ओ०एंड०एम० मद में करोड़ो का घोटाला भी पकड़ा गया। ERP योजना भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में फेल हो गई।
केंद्रीकृत वित्तीय व्यवस्था औऱ ERP फेल हो जाने के बाद अब ऊर्जा प्रबंधन ने अपनी नीति में बदलाव कर पूर्व प्रचलित व्यवस्था के तहत प्रत्येक वितरण खण्डों को 10-10 लाख रुपए की धनराशि को खण्ड स्तर के कार्यो के लिए व्यय करने की अनुमति कुछ शर्तों के साथ प्रदान कर दी।