विद्युत विभाग:शम्भू के राज में सब संभव:अवैध लाइन सिफ्टिंग में FIR, चहेतों को बचाने का एक मात्र सूत्र FIR,सारी अवैध लाइन के सिफ्टिंग के जिम्मेदार अज्ञात जनता,बिजलीकर्मी/अधिकारी बने मूक दर्शक,पुलिस के मत्थे अवैध लाइन सिफ्टिंग
वाराणसी 7 अप्रैल:पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम के ग्रामीण वितरण मंडल में अवैध लाइन शिफ्टिंग जोरो पर है 11 हजार लाइन की अवैध सिफ्टिंग के पिछले 2 मामलों में बिजलीकर्मियो के रंगेहाथों पकड़े जाने के बाद मामलों को तिकड़मबाजी में उलझा कर अज्ञात के विरुद्ध FIR दर्ज करा कर जिम्मेदार बिजलीकर्मियो को बचाने में कामयाबी पाई। 3-4 मामलों की शिकायत के बाद बनी जाँच समिति की रिपोर्ट के नाम पर चहेतों को बचाते हुए मामले फ़ाइलो में दफ़न हो चुके है।
प्रबंधन के जिम्मेदार अधिकारी मूकदर्शक बन कर अपने कर्तव्यों को दर किनार कर काले कारोबार को अप्रत्यक्ष रूप में समर्थन देते दिख रहे है।
वाराणसी में पहले 11हजार लाइनो के ग़ायब होने के मामले आये पर वर्तमान के बड़के बाबू शंभू कुमार के राज में अब 33 हजार लाइन गायब होने की खबरें चर्चाओ में है। आश्चर्य नही होगा जब 132 की लाइन ग़ायब होने की ख़बर आ जायें
पिछले वर्ष भदोही बॉर्डर पर 11 हजार लाइन की अवैध लाइन शिफ्टिंग करते बिजलीकर्मियो को मुख्य अभियंता ने रंगेहाथों पकड़ा था मौके से ट्रांसफार्मर औऱ बिजली के तार से भरी गाड़ी भी पकड़ी गई थी पर चहेतों को बचाने में तिकड़मबाजी कर पूरे मामले में कपसेठी थाने में अज्ञात के विरुद्घ तहरीर देदी, एक हफ्ते बाद कपसेठी थाने ने विभागीय विजलेंस को तहरीर भिजवा दी तब से अब तक मामला तिकड़मबाजी में उलझा है विजलेंस ने आज तक क्या किया इसका जवाब किसी के पास नही है मौके पर पकड़ा गया अवैध ट्रांसफार्मर औऱ तार कंहा गए किसी को कुछ नही पता और रंगेहाथों पकड़े गए स्थानीय बिजलीकर्मी मस्त है।
ठीक इसी प्रकार से अनेई पावर हाउस के अंतर्गत 15 दिन पहले हड़ताल के दौरान 33 हजार लाइन के 3 खंभे ओर विद्युत तार को बिजलीकर्मियो द्वारा हटाया गया जिसकी ख़बर उपभोक्ता की आवाज ने प्रमुखता से उठाई औऱ क्षेत्रीय प्रबंधन को मामले से अवगत कराया।
पर पूरे मामले में फिर चहेतों को बचाते हुए तिकड़मबाजी में मामले को उलझाने के प्रयास किये गए। मामले में स्थानीय अवर अभियंता से अज्ञात के विरुद्ध सम्बंधित थाने में तहरीर दिलवा दी गई अब आगे देखना दिलचस्प होगा की ये भी मामला कंही पहले के मामलों की तरह तिकड़मबाजी में न उलझ जाये।
भ्रष्ट बिजलीकर्मियो का जिगरा दिन पर दिन बढ़ने से पहले 11 हजार लाइन पर हाथ साफ़ करते रहे अब 33 हजार को भी साफ कर दिया।
पड़ताल जारी है मंडल के कमंडल से छलकते 33 हज़ार लाइन की अवैध सिफ्टिंग के दूसरे मामले से जल्द उठेगा पर्दा ।
पैसा बोलता है सभी को तौलता है
युद्ध अभी शेष है।