विद्युत विभाग:स्मार्ट अधिकारी: स्मार्ट सिटी: स्मार्ट सिटी के स्मार्ट खंभे:उपभोक्ता,अधिकारी सब ख़ुश:जाने क्या-क्या फायदे है स्मार्ट खंभों के
वाराणासी 12 अगस्त:पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम के स्मार्ट अधिकारियो ने वाराणासी को प्रधानमंत्री की स्मार्ट सिटी को कागजों में स्मार्ट बना रखा है। वाराणासी को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिलने में विद्युत विभाग के कागजों का भी बहुत बड़ा योगदान है। स्मार्ट सिटी वाराणासी की बिजली व्यवस्था स्मार्ट करने में तमाम केंद्रीय, राज्य की योजनाओं के तहत हजारों करोड़ ख़र्च किये गये।
स्मार्ट सिटी के स्मार्ट खंभे,बारिश में करंट उतरने का खतरा नही,स्मार्ट खंभों से विभाग के राजस्व की भी बचत
वाराणासी स्मार्ट सिटी में स्मार्ट बिजली व्यवस्था के लिए अंडरग्राउंड तार के साथ नए खंभे व तारो को बदला गया, वही पर बेनियाबाग उपकेंद्र के बड़ी पियरी के इलाकों में लोहे/सीमेंट के खंभों की जगह नये तरह के स्मार्ट खंभे लगे है जिनपर ABC केबल डाल कर उपभोक्ताओ के घरों को रौशन किया गया।
बड़ी पियरी हौज़ कटोरा में लगे स्मार्ट खंभों की अनेकों है खूबियां:उपभोक्ताओ को भी नही जमा कारण पड़ता कनेक्शनों के लिए अतिरिक्त(स्टीमेट) घनराशी
#वाराणासी में बड़ी पियरी में लगे स्मार्ट खंभों में बारिश के दिनों में बिजली का कर्रेंट उतारने का खतरा नही रहता है।
#स्मार्ट खंभे हल्के औऱ कम दाम में मिल जाते है।
#स्मार्ट खंभों की सुविधानुसार ऊँचाई घटाई औऱ बढ़ाई जा सकती है।
#स्मार्ट खंभों की सिफ्टिंग में विभाग की अनुमति नही लेनी पड़ती है जिसे उपभोक्ताओ को बिजली कार्यालयो के चक्कर नही लगाने पड़ते है।
#स्मार्ट खंभों पर बिजली कनेक्शन देने में स्मार्ट अधिकारियो के सामने विभाग के नियम रोड़ा नही बनते है जिससे उपभोक्ताओ को बिजली कनेक्शन के लिए अतिरिक्त धन का बोझ नही पड़ता है।
#स्मार्ट खंभे अगर तिरछा हो जाये तो आसानी से सीधा किया जा सकता है।
#स्मार्ट खम्भे से उपभोक्ताओ के साथ स्मार्ट अधिकारियो को धन का लाभ होता रहता है।
#स्मार्ट खंभों की देख-रेख स्थानीय उपभोक्ताओ को करनी पड़ती है विभाग पर लाइन अनुरक्षण का अतिरिक्त कार्य नही करना पड़ता है।
#स्मार्ट खम्भे से उपभोक्ताओ को बिजली कनेक्शन लेने औऱ विभाग को देने में आपसी सहमती रहने से उच्चाधिकारियों को भी परेशानी नही होती है।
#स्मार्ट खंभो की अधिक संख्या हो जाने पर क्षेत्र के विधायक/मंत्री के द्वारा उन स्मार्ट खंभों को आसानी से बदलवाया जा सकता है।
वाराणासी के उपभोक्ताओं का कहना है कि इन स्मार्ट खंभों को पूरे वाराणासी के साथ प्रदेश भर में बिजली विभाग को लगवाना चाहिए,ये स्मार्ट खंभे साक्षात दिखाई देते है अगर ये स्मार्ट खंभे IPDS योजना में लगे होते तो उनमें घोटाला होने की संभावना शून्य होती अंडरग्राउंड में कुछ दिखता नही है।