विद्युत विभाग: निदेशक(कार्मिक एवं प्रबंधन) का भ्रस्टाचारिओ को खुला संरक्षण: भ्रष्टाचार के दलदल में धँसता पूर्वान्चल: शम्भू फँसे चक्रव्यूह में छानते उपकेन्द्रो की ख़ाक
वाराणसी 2 मई: उपभोक्ता की आवाज़ के द्वारा मिर्ज़ापुर में विंध्याचल माई कॉरिडोर में अंडरग्राउंड केबलिंग के कार्य में औऱ जनपद मऊ में मीटर स्थापित करने के कार्य मे अपने चहेतों को टेंडर देने के लिए ई०टेडरिंग(जेम पोर्टल) में विभागीय नियमो को दरकिनार कर टेंडर निस्तारित किये जाने की खबर के बाद जागें प्रबंघ निदेशक ने दोनों टेंडर को निरस्त किया/करवाया औऱ दोषी अधीक्षण अभियंता/कार्मिक के विरुद्ध दंडनात्मक कार्यवाही की संस्तुति की।
निदेशक,कार्मिक ने दबा रखी है दोनों मामलों की फ़ाइल
पूर्वान्चल डिस्कॉम में भ्रष्टाचार पर कार्यवाही के लिए दोनों मामलों में मुख्य अभियंता,प्रशासन द्वारा निदेशक, कार्मिक को पत्र लिख कर अग्रेतर कार्यवाही के लिए 1 माह पहले फ़ाइल भेज दी परंतु निदेशक,कार्मिक दोनों फाइलो को दबा दिया औऱ भ्रष्टाचार करने की छूट मिर्जापुर औऱ मऊ मंडलों को दे रखी है।
निदेशक, कार्मिक पूर्वान्चल में फैले भ्रष्टाचार के काले साम्राज्य के मुखिया बन कर भ्रष्टाचार के कुनबे को बढ़ाने में लगे हैं तो दूसरी तरफ प्रबंध निदेशक राजस्व वसूली औऱ बिजली व्यवस्था के लिए उपकेन्द्रो की ख़ाक छानते नज़र आ रहे है जबकी डिस्कॉम में एक निदेशक, वाणिज्य नियुक्त है।
सईया भये कोतवाल तो डर काहे का
बताते चले ये वही निदेशक, वाणिज्य है जो प्रयागराज में 2019 में हुए कुम्भ में किये गए तथाकथित भ्रष्टाचार के आरोपी है पूर्व निदेशक शेष कुमार बघेल के जाने के बाद निदेशक, वाणिज्य के साथ निदेशक, कार्मिक के चार्ज को संभाल रहे है।
चार्ज संभालते ही जनाब के इर्दगिर्द भ्रस्टाचारिओ मंडली को देखा जा सकता है।
भ्रष्टचार और भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध युद्ध अभी शेष है