विद्युत विभाग: पावर हाउस में विद्युत दुर्घटना से संविदाकर्मी की मौत:शव लावारिश छोड़ कर भागे बिजलीकर्मी:नाराज परिजनों ने किया चक्काजाम
वाराणासी/प्रयागराज 12 जुलाई:पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम में संविदाकर्मियों के साथ विद्युत दुर्घटनाओं का सिलसिला जारी है ।प्रबंधन द्वारा लाख दिशा-निर्देश जारी करने के बावजूद फर्मो औऱ स्थानिय अधिकारी पर कोई प्रभाव नही पड़ा, संविदा कर्मी से निर्बाध विद्युत आपूर्ति के दबाव में बिना सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए काम लेने के कारण आये दिन विद्युत दुर्घटना सामने आ रही है प्रत्येक घटना के बाद जाँच के नाम पर उपकेंद्र संचालन करने वाले कर्मी अगर नियमित है तो निलंबित, संविदाकर्मी है तो बर्खास्त कर दिये जाते हैं।
किसी भी फर्म पर नही हुई कोई कार्यवाही, कागजो में सब चंगा है
प्रबंधन के द्वारा आज तक विद्युत दुर्घटनाओ को रोकने के लिए निर्णायक ख़त्म नही उठाया गया प्रतिदिन किसी न किसी जिले से संविदाकर्मी की विद्युत दुर्घटना से मौत होने की खबर आ रही है पर पूरे पूर्वान्चल में आज तक किसी भी ठेकेदार/फार्म पर न ही FIR हुई न ही विभाग ने कोई कार्यवाही की, जबकी LOI में शर्तो का खुले आम उल्लघंन हो रहा है संविदाकर्मियों को मानक के अनुरूप सुरक्षा उपकरण नही उपलब्ध है जिसकी पुष्टि पिछले दिनों प्रबंध निदेशक शम्भू कुमार के द्वारा वाराणासी के एक पावर हाउस में निरीक्षण के दौरान सुरक्षा किट बाँटते नज़र आये थे।अपितु संविदाकर्मियों की विद्युत दुर्घटना से मौत पर 5 लाख से 7 लाख कर दिया गया।
मंगलवार को प्रयागराज के करछना के 33/11 उपकेंद्र के अन्तर्गत संविदाकर्मी नीतीश कुमार पटेल की पावर हाउस में काम करते वक्त बिजली की चपेट में आजाने से मौके पर मौत हो गई।
संविदाकर्मी के शव को लावारिश छोड़ कर भागे बिजलीकर्मी
मृत संविदाकर्मी के परिजनों का आरोप है की नीतीश घर पर सो रहे थे पावर हाउस पर बिजली ठीक करने के लिए बुलाया गया था जंहा पर बिजलिकर्मियो के द्वारा जिस खंभे पर बिजली बंद थी उस पर न चढ़ा कर दूसरे फीडर पर जिसमे बिजली आ रही थी उस पर चढ़ा दिया गया खंभे पर तार पकड़ते ही झुलस कर नीचे गिर गए, उनकी मौके पर ही मौत हो गई,जिससे पावर हाउस पर मौजूद बिजलीकर्मी काफी डर गए। एम्बुलेंस बुला कर नीतीश पटेल को हॉस्पिटल भेज गया जहाँ पर नीतीश को चिकित्सको द्वारा मृत घोषित कर दिया गया।
परिजनों ने विभाग पर आरोप लगाते हुए किया चक्काजाम
आज सुबह मृत संविदाकर्मी के परिजनों ने शव सड़क पर रख कर रोड जाम कर दी औऱ पावर हाउस पर घटना के समय मौजूद बिजलिकर्मियो पर आरोप लगाया कि नीतीश कुमार को एम्बुलेन्स से हॉस्पिटल लेकर गए कर्मचारियो के द्वारा नीतीश को मृत घोषित करने पर सभी नीतीश को लावारिश छोड़ कर हॉस्पिटल से भाग गए औऱ सभी ने मोबाइल बंद कर दिया।