विद्युत विभाग: पूर्वान्चल में प्लास्टिक सीलिंग की मारामारी:चेयरमैन के निर्देश पर भी नही दिखा सुधार: जरूरत के सापेक्ष 10-20% उपलब्ध हो रही सील: कनेक्शन को उपभोक्ता परेशान
वाराणासी 7 अक्टूबर:पूर्वान्चल में मीटर सीलिंग की कमी होने से उपभोक्ताओं को कनेक्शन देने में औऱ मीटर लगाने की बढ़ती संख्याओं से नाराज UPPCL चेयरमैन के द्वारा प्रबंध निदेशक,पूर्वान्चल को, मीटर सील की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु विगत दिनों निर्देशित किये जाने के बाबजूद परीक्षण खण्डों में प्लास्टिक सीलिंग की मारामारी क़ायम है।
परीक्षण खण्डों में प्लास्टिक सीलिंग पर्याप्त मात्रा में नही है उपलब्ध
परीक्षण खण्डों में सीलिंग की जरूरत के सापेक्ष 10-20% ही प्लास्टिक सीलिंग स्टोर से मिल रही है परीक्षण खंड के अधिकारियो का कहना है कि जरूरत 1000 की है तो सीलिंग 100-150 ही उपलब्ध हो पा रही है। वर्तमान में प्रति परीक्षण खण्डों द्वारा 2 से 3 हजार सीलिंग की आवश्यकता है।
उपकेन्द्रो के लाइन लॉस में वृद्धि एक कारण यह भी
झटपट पोर्टल पर कनेक्शन के निर्गत होने के बाद उपभोक्ता के परिसरो पर कनेक्शनों को निर्गत करने के लिऐ मीटर तो है पर मीटर के सापेक्ष सीलिंग न होने पर मीटर नही लग पा रहे ज्यादातर उपभोक्ताओ के परिसरो को केबिल डाल कर बिजली दे देने से उपभोग हो रही बिजली का उपकेन्द्रो के लाइन लॉस में वृद्धि के रूप में दर्ज हो रही है।
प्रबंध निदेशक औऱ निदेशक की मेहनतो पर फिरता पानी
चेयरमैन आशीष गोयल के द्वारा प्रबंध निदेशक,पूर्वान्चल को निर्देश के बावजूद हालात जस की तस बनी है प्रबंध निदेशक पूर्वान्चल की बिजली व्यवस्था के लिए हम दो हमारे दो में मस्त है वहीं दूसरी तरफ एक रूप तीन स्वरूप कुम्भ-2019 घोटाले के आरोपी निदेशक,वाणिज्य भी कड़ी मेहनत के बाबजूद पूर्वान्चल की वाणिज्यिक/तकनीकी दुर्दशा को सुधार पाने में कामयाब नही दिख पा रहे है।
वातानुकूलित कमरों से पूर्वान्चल की दशा सुधारने के आदेश/निर्देश देने में सीलिंग की अनुपलब्धता से परेशान परीक्षण खण्डों के अधिकारी/कर्मचारी सीलिंग का रोना रोते नज़र आ रहे है। हालात ये है कि विभागीय संबंधों में जुगाड़ी उपभोक्ता का मीटर लगा तो दूसरा उपभोक्ता मीटर नही लगने पर नाराज़ हो रहा है। अधिकारी कर्मचारी जल्द मीटर लगाने की बात कह रहे हैं।
वैसे पूर्वान्चल में KYC योजना के बाद बिजली विभाग आप के द्वार योजना के तारतम्य में अनुरक्षण माह योजना को जोर शोर से मनाते दिख रहे है किसी को भी चने चबाने का वक्त नही है।
पड़ताल जारी है……..
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