विद्युत विभाग: प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में उपभोक्ताओं का शोषण:ऊर्जामंत्री प्रबंधन के निर्देश हवा-हवाई:गलत बिलिंग जोरो पर
वाराणसी 24 जुलाई: पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम में वाराणासी के विद्युत वितरण खंड-अष्टम के अंतर्गत गोलगड्डा तिराहे के समीप फोटो स्टूडियो चलाने वाले उपभोक्ता तरुण दीक्षित को हर 15 दिन में बिल भेजा जाता है। 4 जुलाई को 911 रुपये बकाये का एस०एम०एस आने पर बिल का भुगतान कर दिया गया पुनः 13 जुलाई को दोबारा 13930 का बिल भेजा गया। मैसेज देख तरुण के होश उड़ गए। पीड़ित ने शिकायत की तो समस्या दूर करने के बजाय लाइन काटने की चेतावनी दी गई।
वही विद्युत वितरण खंड-पंचम के अंतर्गत शिवपुर में सुलेखा देवी के घर दो किलोवॉट का घरेलू कनेक्शन है। पिछले कई वर्षों से 700 से 1000 रुपये के बीच बिल आता था। जुलाई में उन्हें 5065 रुपये का बिल मिला। परेशान उपभोक्ता डिविजन से लेकर उपकेंद्र तक बिल सही कराने के लिए चक्कर लगा रही हैं।
हजारों उपभोक्ताओं को मिल रहे है गलत बिजली बिल,लगाते चक्कर
शहर में यही उपभोक्ता नहीं हैं जिनके घर कई गुना बिल पहुंचा है। मीटर रीडरों की लापरवाही से हजारों उपभोक्ताओं के होश उड़े हुए हैं। विभिन्न वितरण खंडों में लगभग 22104 उपभोक्ताओं का गलत बिजली बिल बन गया है। यही नहीं कमर्शियल यूनिट को घरेलू कनेक्शन के बिल में फीड कर दिया। इससे घरेलू कनेक्शन के बिल 10 से 12 हजार रुपये आ गए। वहीं, कई कामर्शियल कनेक्शन के बिल 16 हजार से लेकर 20 हजार रुपये बन गए। परेशान उपभोक्ता बिल सुधार कराने के लिए उपकेंद्रों का चक्कर लगा रहे हैं।
अधिक वसूली के दबाव में उपभोक्ताओं को टरकाते अधिकारी, MOU के टारगेट को करना है पूरा
उच्चाधिकारियों के द्वारा ज़्यादा से ज़्यादा राजस्व वसूली के दबाव अधिक राजस्व वसूली के चक्कर में उपभोक्ताओं की समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। बिजली बिल सही होने की बात कर ,बिल जमा करने को कहते हुए अधिकारी उपभोक्ताओं को टरका रहे हैं जिसका मुख्य कारण खंड के अधिकारियो द्वारा MOU के अनुसार टारगेट पूरा न होने पर कार्यवाही का डर हो सकता है।
प्रबंध निदेशक ने दिया जांच का निर्देश
वहीं, बिलिंग एजेंसी स्टर्लिंग कंपनी की ओर से बड़ी संख्या में गलत रीडगिं पर बिल बनाए जाने की सूचना पर हड़कंप मचा है। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी शंभु कुमार ने डिस्कॉम प्रबंधन को जांच कर बिलिंग एजेंसी पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।