विद्युत विभाग: यूपीपीसीएल के चेयरमैन के नाम पार की गई ठगी में, सक्रियता से बचे 10 लाख
अधीक्षण अभियंता आ सकते है जांच के दायरे में
वाराणसी/बलिया 6 मई: पावर कारपोरेशन चैयरमैन एम देवराज के नाम पर जालसाज़ी के शिकार हुए बलिया निवासी ठेकेदार प्रवीण कुमार सिंह उर्फ साधु की ओर से आरटीजीएस किए गए पैसे में से दो लाख रुपये जालसाल ने उड़ा दिए हैं। शेष 10 लाख रुपये खाते में होल्ड कर दिये गए हैं। यह जानकारी आगरा स्थित यस बैंक के अधिकारियों ने ठेकेदार को दी। ठेकेदार ने बताया कि जिस वक्त जालसाज का फोन आया था वह दिल्ली में थे।
फेक कॉल के मायाजाल में बिजली विभाग
मामले में ठेकेदार को अधीक्षण अभियंता का फोन जाना चर्चा का विषय बना है। अंदरखाने में गपशप हो रही है कि जालसाजी होने के बाद अधीक्षण अभियंता का ठेकेदारों से फेक कॉल की आशंका जताना समझ से परे है। चर्चा यह भी है कि अधीक्षण अभियंता भी आगरा के रहने वाले है जहाँ की बैंक में रूपया ट्रांसफर हुआ है। उधर कुछ दिन पहले वाराणसी के एक ठेकेदार को भी ऐसा फोन आया था। फोन करने वाले ने बताया कि वह डिस्कॉम से बोल रहे हैं। एमडी साहब बात करेंगे। लेकिन उक्त ठेकेदार फेक कॉल समझ गया था और उसने मोबाइल ऑफ कर दिया था।बताते चले 4 मई को पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज के नाम पर बलिया के ठेकेदार को फोन कर जालसाज ने 12 लाख रुपये वसूल लिए। पीड़ित ठेकेदार ने 12 लाख रुपए आगरा के यश बैंक में ट्रांसफर करवा दिए। इसी बीच अधीक्षण अभियंता ने उससे चेयरमैन के नाम से ‘फेक कॉल’ की आशंका जताई। इसके बाद ठेकेदार ने बलिया कोतवाली में तहरीर दी। साइबर सेल में भी इसकी शिकायत की गयी